एक लडक़ी को क्लासरूम में जब पहली बार पीरियड आया तो टीचर ने उसे अपमानित किया। इसके बाद 14 साल की लडक़ी जैकलीन चेपन्गेनो ने अपनी जान दे दी। ये मामला केन्या के कबिआनगेक का है। इस मामले ने पीरियड शेमिंग को लेकर देश में बहस छेड़ दी है और केन्या की महिला सांसदों ने विरोध दर्ज कराया है।
theguardian.com के मुताबिक, महिला टीचर ने कथित तौर से लडक़ी को डर्टी कहा था और क्लासरूम से बाहर कर दिया था।
इस मामले से केन्या के 2017 के उस कानून पर भी सवाल उठ रहे हैं जिसमें यह तय किया गया था कि सरकार स्कूल जाने वाली लड़कियों को फ्री सैनिटरी पैड्स देगी। सांसद इस्थर पसैरिस ने ट्विटर पर लिखा कि लडक़ी की मौत को लेकर महिला सासंदों ने शिक्षा मंत्रालय के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है।
स्कूल के बाहर पैरेंट्स ने भी प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया और स्कूल को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया। वहीं, क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख एलेक्स शिकोंडी का कहना है कि लडक़ी की मौत को लेकर जांच चल रही है।
कई अफ्रीकी देशों में पीरियड से जुड़े सैनिटरी प्रोडक्ट्स को लेकर काफी समस्या है। स्कूल जाने वाली काफी लड़कियां इसे खरीदने में सक्षम नहीं होतीं। हालांकि, केन्या को इस समस्या का हल निकालने के लिए जाना जाता रहा है. 2004 में यहां मेन्स्ट्रूअल प्रॉडक्ट्स से टैक्स हटा दिया गया था।
यह भी देखें :
घर के बाथरूम में ही लॉक हो गई महिला…6 दिन बंद रही…किसी तरह बाहर निकली तो ऐसी हो गई थी हालत…
Add Comment