बिलासपुर। बिलासपुर पुलिस ने पुणे से आकर मशहूर फिल्म धूम-2 के अंदाज में चोरी करने वाले एक ऐसे शातिर चाोर को गिरफ्तार किया है जो चोरी करने के लिए बकायदा फ्लाइट से आता था। इन रुपयों से वह आलीशान जीवन गुजारता और गोवा, कश्मीर जैसे टूरिस्ट पैलेस में घूम-घूमकर आनंद लेता था।
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपित के साथ ही पुणे के दो सराफा व्यापारियों को भी गिरफ्तार किया है। उनके पास से सात सौ ग्राम सोना, साढ़े चार किलो चांदी व इलेक्ट्रॉनिक आइटम समेत 31 लाख रुपये का माल बरामद किया है।
एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बिलासागुड़ी में इस मामले का प्रेस कांफ्रेस कर खुलासा किया। शहर के सरकंडा समेत कई इलाकों में हुई सिलसिलेवार चोरी से पुलिस परेशान थी। आइजी प्रदीप गुप्ता ने लगातार हो रही चोरी पर चिंता जताई और सभी चौक-चौराहों के साथ ही घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्य खंगालने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही चोरी के पुराने व आदतन चोरों की पतासाजी कर पूछताछ करने कहा। बावजूद इसके पुलिस को सफलता नहीं मिल रही थी। इस आइजी गुप्ता, एसपी अग्रवाल ने पुलिस अफसरों के साथ सभी चोरियों की खोजबीन गहराई से करने पुलिस की टीम बनाई। इसके साथ ही रात्रि गश्त के दौरान संदेहियों पर नजर रखने सख्त हिदायत दी गई।
इसी दौरान पुलिस ने संदिग्ध परिस्थिति में घूम रहे नीरज यादव (28 वर्ष) को पकड़ लिया। पहले उसने खुद को कोतवाली क्षेत्र के बिलासा चौक का होना बताया। बारीकी से पूछताछ में वह टूट गया। फिर सिलसिलेवार चोरी का राज खोलते हुए बताया कि वह पिछले पांच साल से महाराष्ट्र के पुणे के भीमा कोरेगांव में रहता है।
पुणे से अब वह यहां सिर्फ चोरी करने आता है। कई बार वह फ्लाइट से भी रायपुर तक आया और फिर बिलासपुर आकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देता रहा। वारदात के बाद वह वापस पुणे रवाना हो जाता था। पुणे में उसने कुछ सराफा व्यापारियों से जान-पहचान बना लिया था।
लिहाजा उनके पास चोरी के जेवरों को खपा देता था। आरोपित नीरज ने सरकंडा क्षेत्र में करीब 14 जगहों पर चोरी करना स्वीकार किया। चूंकि आरोपित से पुलिस को चोरी का माल नहीं मिला था। लिहाजा उसे रिमांड में लिया गया।
इसके बाद उसके बताए अनुसार चोरी का माल खरीदने वाले व्यापारियों के पास लेकर पुणे गए। एसआइ फैजूल होदा शाह की टीम उसे लेकर पुणे पहुंची। फिर भीमा कोरेगांव के व्यापारी संतोष कोलेकर (24 वर्ष) की सराफा दुकान जयश्री ज्वेलर्स में दबिश दी।
दुकान से पुलिस ने चोरी के 50 ग्राम सोने के जेवर और 1.5 किलोग्राम चांदी के जेवर बरामद किए। कोलेकर ने पूछताछ में बताया कि वह चोरी के आरोपित नीरज यादव से पिछले लंबे समय से जेवर खरीदता था और उसे एसजे रिफाइनरी में शंभा जी जाधव (29 वर्ष) के पास बेच देता था।
उसकी निशानदेही पर पुलिस ने पुणे के फरासखाना से उसे भी गिरफ्तार कर लिया। शंभा जी ने संतोष कोलेकर से 620 ग्राम सोने के और एक किलो चांदी के जेवर खरीदे थे, जिसे उसने गला दिया था। सोने और चांदी को गलाकर उसने बट्टा बना दिया था।
उससे 621 ग्राम सोने व 963 ग्राम चांदी का बट्टा बरामद किया गया। पुलिस ने पूरी कार्रवाई को पारदर्शी बनाने के लिए वीडियोग्राफी भी कराई। ताकि पुलिसिया कार्रवाई पर संदेह न व्यक्त किया जा सके। आइजी व एसपी ने इस सफलता के लिए टीम को 20 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
सराफा व्यापारियों ने हंगामा मचाकर बनाया दबाव, कोर्ट में खड़े किए वकील
पुलिस ने चोरी के मुख्य आरोपित के साथ जब सराफा व्यापारी संतोष कोलेकर के साथ ही एसजे रिफाइनरी के संचालक शंभाजी जाधव को गिरफ्तार किया, तब सराफा व्यापारियों में हड़कंप मच गया।
वहां के सराफा एसोसिएशन के पदाधिकारी व नेता एकत्रित हो गए और पुलिसिया कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। चूंकि पुलिस की पूरी कार्रवाई वैधानिक थी। लिहाजा एसआइ शाह ने उनका सामना किया।
फिर स्थानीय पुलिस अफसरों से मदद ली। सराफा एसोसिएशन के पदाधिकारी अपने व्यापारी सदस्यों की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। इस बीच एसोसिएशन ने उनका ट्रांजिट रिमांड लेते समय कोर्ट में अपने वकील भी खड़े किए। लेकिन कोर्ट ने भी उनकी दलीलें खारिज कर दी।
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