जो बीत गया, सो बात गई… 2019 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में कई ऐसी बातें हुईं जिनका अफसोस बहुत जल्दी तो नहीं खत्म होने वाला है। भारतीय टीम न्यूजीलैंड के हाथों हारकर वर्ल्ड कप से बाहर हुई तो करोड़ों प्रशंसकों का सपना चकनाचूर हो गया। लेकिन अतीत में फंसे रहने से अच्छा है कि हम भविष्य की तैयारी में लग जाए।
चार वर्षों बाद अगला वर्ल्ड कप भारत में ही होगा और ऐसे में भारत के पास अपनी सरजमीं पर वर्ल्ड कप जीतने से बेहतर और क्या हो सकता है। जाहिर सी बात है कि 2023 के वर्ल्ड कप में कई स्टार खिलाड़ी मौजूद ना रहें लेकिन कई युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जो भारतीय टीम के सपने को साकार करने में अपनी भूमिका अदा कर सकते हैं। इन खिलाड़ियों को अभी से क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिए तैयार करना होगा। आइए नज़र डालते हैं ऐसे ही 5 युवा क्रिकेटर्स पर-
शुभमान गिल-
शुभमान गिल भारतीय क्रिकेट का ऐसा नाम है जिसकी चर्चा पिछले कई दिनों से है। पंजाब में पैदा हुआ यह बल्लेबाज घरेलू क्रिकेट में जमकर रन बना रहा है।
बचपन से ही गिल को रनों की भूख थी। गिल ने पंजाब में एज ग्रुप क्रिकेट में और अंडर-19 में शानदार प्रदर्शन किया है। जूनियर स्तर पर वह लगातार सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे हैं। इसके अलावा, गिल ने भारत की 2018 में अंडर-19 वर्ल्ड कप की जीत में भी अहम भूमिका निभाई थी।
घरेलू क्रिकेट में पंजाब की तरफ से गिल ने अच्छा खेला है और वह नियमित तौर पर भारत के ‘A’ स्क्वैड में रहे हैं। विराट कोहली की अनुपस्थिति में वह कुछ अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैचों में नंबर 3 पर भी बल्लेबाजी करने उतरे।
हालांकि, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह बहुत अच्छी शुरुआत नहीं कर सके हैं लेकिन उनके पास क्षमता है। आने वाले वर्षों में गिल भारतीय टीम की बल्लेबाजी लाइन-अप का अहम हिस्सा बन सकते हैं।
श्रेयस अय्यर-
श्रेयस अय्यर में भारत की मध्य क्रम बल्लेबाजी की समस्या का हल ढूंढा जा रहा है। अपने अंतरराष्ट्रीय पदार्पण मैच में वह नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने उतरे थे और विराट कोहली के लौटने के बाद उन्हें नंबर-5 पर खिसका दिया गया।
अय्यर को सीमित ओवरों के प्रारूप में फिलहाल बहुत ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। अय्यर ने केवल 6 अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच और टी-20 मैच खेले हैं जिसमें कुल 293 रन बनाए हैं। हालांकि, घरेलू क्रिकेट में वह मुंबई के लिए नियमित तौर पर अच्छा स्कोर कर रहे हैं।
गौतम गंभीर के बाद दिल्ली आईपीएल टीम के कप्तान भी बने और उनकी अगुवाई में टीम में बड़े सुधार देखने को मिले। भारत के चौथे नंबर के बल्लेबाज की पहेली का हल निकालने के लिए इस खिलाड़ी को भी आजमाया जा सकता है।
खलील अहमद
जहीर खान और आशीष नेहरा के जाने के बाद से भारत को लेफ्ट आर्म फास्ट बॉलर नहीं मिल पाया है। बरिंदर सरन की भी एंट्री हुई थी लेकिन वह केवल 8 अंतरराष्ट्रीय मैचों तक ही टिक सके। इसके बाद खलील अहमद के आने से उत्साह बना है।
राजस्थान के इस पेसर ने 2016 में अंडर-19 वर्ल्ड कप खेला और एक साल बाद फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था। पिछले साल खलील ने एशिया कप के दौरान एकदिवसीय मैच में पदार्पण किया और अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया था।
खलील अहमद 2019 के वर्ल्ड कप में वह भारत के तीसरे तेज गेंदबाज भी हो सकते थे। हालांकि, मोहम्मद शमी ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से ये संभावना खत्म कर दी। वर्तमान में वह भारत की ए श्रेणी टीम का हिस्सा हैं और राष्ट्रीय टीम में खेलने के लिए उत्सुक होंगे।
नवदीप सैनी-
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाजों ने अपने प्रदर्शन से चौंकाया है। एक वक्त था जब हमें तेज गेंदबाजों के लिए भटकना पड़ता था लेकिन अब इनकी कोई कमी नहीं है। नवदीप सैनी इन्हीं फास्ट बॉलर्स में से एक है। वर्तमान में वह सबसे तेजी से उभरते हुए युवा गेंदबाज हैं।
नवदीप सैनी-दिल्ली में पैदा हुए नवदीप ने 2013 में पदार्पण किया था और उसके बाद से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। घरेलू क्रिकेट में वह विकेट झटकने में कामयाब रहे हैं। सैनी अफगानिस्तान के खिलाफ एक टेस्ट मैच में भी टीम का हिस्सा रहे थे। 2019 वर्ल्ड कप में भी नवदीप को एक नेट और रिजर्व बॉलर के तौर पर इंग्लैंड ले जाया गया था।
बेंगलुरू आईपीएल टीम के प्रमुख बॉलर के रूप में सैनी ने जगह बनाई है। अभी नवदीप सैनी इंडिया ए टीम के सदस्य के रूप में वेस्टइंडीज दौरे पर हैं। सैनी ने रविवार को हुए मैच में 5 विकेट झटक कर अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है।
भारत की तेंज गेंदबाजी को वह और भी ज्यादा धार दे सकते हैं। वह बल्लेबाजों को परेशान करने में सक्षम हैं। भविष्य में सैनी टीम में पदार्पण कर सकते हैं।
श्रेयस गोपाल-
श्रेयस गोपाल को भले ही कम तवज्जो मिल रही हो लेकिन घरेलू क्रिकेट में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। वह कर्नाटक की तरफ से तीनों प्रारूपों में शानदार खेले हैं। लेग स्पिनर ने आईपीएल के पिछले कुछ सीजन्स में बढ़िया खेल दिखाया है।
राजस्थान रॉयल्स में वह लीड स्पिनर हैं। वह गेंदबाजी में अपनी विविधता का अच्छा इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा, 25 वर्षीय श्रेयस बैट्समैन भी हैं और कर्नाटक के लिए नंबर-6 या 7 पर बल्लेबाजी करते रहे हैं। वह भारत की ‘A’ टीम का भी हिस्सा रहे हैं।
दीपक चाहर
दीपक चाहर ने अपनी बेहतरीन लाइन और लेंथ की गेंदबाजी से प्रभावित किया है। 26 वर्षीय गेंदबाज जिस तरह से नई बॉल से स्विंग कराता है और डेथ ओवरों में यॉर्कर डालने की काबिलियत रखता है, उससे अगले वर्ल्ड कप में उन्हें जगह मिल सकती है।
आईपीएल के दौरान भी वह तीसरे सबसे ज्यादा विकेट झटकने वाले गेंदबाज रहे थे। चाहर ने 7।47 की इकॉनमी के साथ कुल 22 विकेट लिए थे। चेन्नई सुपर किंग्स के पेस अटैक की अगुवाई यही गेंदबाज कर रहा था। पूरे आईपीएल के दौरान चाहर ने नियमित तौर पर अच्छा प्रदर्शन किया।
दीपक चाहर 2017-18 में सैय्यद मुस्ताक अली टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज बने थे। वह 50 ओवरों के मैच में इंग्लैंड लॉयन्स के खिलाफ इंडिया A का हिस्सा रहे थे।
तेज गेंदबाज ने 2018 में इंडियन टीम में एकदिवसीय और टेस्ट मैच में डेब्यू किया था लेकिन दोनों प्रारूपों में सिर्फ एक ही मैच खेला था। जब इस साल भारतीय टीम वेस्टइंडीज दौरे पर जाएगी तो उन्हें बेहतरीन मौका मिल सकता है।
पृथ्वी शॉ-
आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की जीत के बाद 19 वर्षीय इस खिलाड़ी की तरफ सबका ध्यान गया। पृथ्वी शॉ ने 65।25 की औसत से 6 मैचों में 261 रन बनाए। वह नई बॉल के साथ और मुश्किल परिस्थितियों में बेहतरीन गेंदबाज साबित हुए।
इसके बाद आईपीएल 2018 में भी उन्होंने अपना जलवा बिखेरा और दिल्ली के लिए 9 मैचों में 27।22 की औसत से 245 रन बनाए। आईपीएल में इस युवा खिलाड़ी का स्ट्राइक रेट 150 से ऊपर रहा।
अपनी परफॉर्मेंस के दम पर वह इंडिया A टीम का हिस्सा बने और वेस्टइंडीज-दक्षिण अफ्रीका A टीम के खिलाफ रन बनाए। नियमित तौर पर अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में भी जगह मिली।
2018 में राजकोट में वेस्टइंडीज के खिलाफ इस खिलाड़ी ने अपना टेस्ट डेब्यू किया और अपनी पहली इनिंग में ही शानदार शतक जड़ा। घायल होने की वजह से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह नहीं खेल सके। आईपीएल 2019 में भी उनका जलवा बरकरार रहा औऱ दिल्ली के लिए 352 रन बनाए।
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