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छत्तीसगढ़: बास्केटबॉल इंडियन टीम के कैम्प में ऊर्वशी का चयन…आज बैंगलोर रवाना…कहा…इस मुकाम पर अपने गुरू…

भिलाई। उर्वशी बघेल का चयन अंडर 16 वर्ष भारतीय बास्केटबॉल टीम के कैंप के लिए हुआ है। जो 25 फऱवरी से 5 अप्रैल तक बैंगलोर में आयोजित होगा। उर्वशी बघेल पिछले 6 वर्ष से बास्केटॉल के द्रोणाचार्य कहे जाने वाले राजेश पटेल के मार्गदर्शन से कड़ी मेहनत कर रही थीं। उर्वशी बघेल ने बताया आज वो जिस मुकाम पर हैं उसका श्रेय उनके गुरु राजेश पटेल को ही जाता है।

वर्तमान में उर्वशी बघेल राजेश पटेल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में रोहित पटेल और उनकी टीम के साथ निरंतर प्रैक्टिस कर रही हैं। इस अवसर पर देवेन्द्र यादव (विधायक और महापौर), सनमोनी बोराह (चेयरमैन) छत्तीसगढ़ प्रदेश बास्केटबॉल संघ, राजीव जैन (प्रेसिडेंट) छत्तीसगढ़ प्रदेश बास्केटबॉल संघ, अनीता पटेल (सेक्रेटरी) छत्तीसगढ़ प्रदेश बास्केटबॉल संघ,कमल सिंगल साजी थॉमस (विक्रम अवॉर्ड), बशीर अहमद खान, साईंराम झाखद, दूर्गेश राजू (इंटरनेशनल बास्केटबॉल खिलाड़ी और कोच) मनोज गुप्ता,हेमंत गोयल, जया रेड्डी, सुखदेव सिंह, इक़बाल खान, सरजीत चक्रवर्ती और संघ सारे पदाधिकारी ने उर्वशी बघेल को शुभकामाएं दी।



उर्वशी बघेल के वर्तमान कोच व राजेश पटेल के पुत्र ने बताया कि राजेश पटेल ने 2013 में अमिकापुर में तराशा था। जहां पर सबजूनियर राज्य स्तरीय प्रतियोगता हो रही थी। राजेश पटेल ने उर्वशी की प्रतिभा को देखते हुए उनकी माता से बात की और फिर उर्वाशी को अपने एकेडमी में ले आए। यहां से उर्वशी का सफर शुरू हुआ था तब वो महज़ 10 वर्ष की थी।

बचपन बहुत संघर्ष भरा रहा। बहुत ही कम उम्र में उर्वशी के पिताजी का देहांत हो गया। अर्थिक परिस्थिति खराब होने और पिता को खोने के दुख के बीच उर्वशी ने अपने आप को तपाया। दिन रात एक कर सिर्फ अभ्यास करती रही जिसका परिणाम यह हुआ कि वर्ष 2016 में जब राजेश पटेल ने हैदरबाद सब जूनियर में अपना 100 वां पदक जीता, तब वो उस टीम की कप्तान थी।


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उर्वशी बघेल कहती हैं आज वो इस मुकाम पर अपने गुरु राजेश पटेल की वजह से हैं। अगर उन्होंने मुझे अपनी एकेडमी में जगह नहीं दी होती तो आज में यहां नहीं होती। मेरा सपना है कि मंै जूनियर भारतीय टीम और सीनियर भारतीय टीम में भी अपनी जगह बनाके राजेश सर के सपने और अपने परिवार के सपने को पूरा कर सकू।

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