सोनोग्राफी के लिए मेकाज करा रहा 15 दिन इंतजार…

जगदलपुर। संभाग के लिए स्वस्थ होने की आशा के रूप में संभागीय मुख्यालय में चल रहे मेकाज में आज मरीज को सोनोग्राफी कराने के लिए कम से कम 15 दिन की प्रतीक्षा कर अपना इलाज करवाना पड़ेगा। अन्यथा उसे जल्दी है तो बाहर निजी क्लिीनिकों की शरण में जाकर अपना उपचार करवाना ही उचित रहेगा। इस समय संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में एक ही मशीन होने से सर्वाधिक परेशानी हो रही है।
उल्लेखनीय है कि सोनोग्राफी करवाने के लिए शासन की योजना का लाभ लेने दूरस्थ क्षेत्रों से मरीजों का आगमन यहां प्रतिदिन होता है और यहां पता चलता है कि 15 दिन के बाद ही सोनोग्राफी कराने के लिए उनका नंबर लगेगा। तब उनके सामने किकर्तव्यमूढ़ता की स्थिति बन जाती है। गरीब मरीज तो डाक्टर से आप अपने हिसाब से दवाई लिख दो ताकि कुछ राहत प्राप्त हो सके, कहकर अपने गांव और घर को चले जाते हैं। नित्यप्रति यह नजारा दिखता है। आदिवासी बाहुल्य बस्तर में आम आदमी की क्रय क्षमता सामान्य से भी कम है और वह निजी क्लिीनिकों में महंगी सोनोग्राफी तथा महंगी दवाई खरीदने में असमर्थ रहता है। उसे केवल शासन की स्वास्थय सुविधाओं का ठीक होने के लिए सहारा रहता है। ऐसे में वह सहारा ही समय पर उसके काम नहीं आ पाता है तब वह भगवान भरोसे अपना उपचार कराता रहता है।