रायपुर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद एवं डीकेएस अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. पुनीत गुप्ता आखिरकार पुलिस को लंबा इंतजार कराने के बाद सोमवार को अपना बयान दर्ज कराने गोलबाजार थाना पहुंचे।
बताया जा रहा है कि करीब 3 घंटे तक चली पूछताछ के दौरान डॉ. गुप्ता ने कई सवालों के जवाब दिए लेकिन पुलिस एक भी जवाब से संतुष्ट नहीं हुई। पुलिस का कहना है कि वे दोबारा नोटिस जारी कर डॉ. गुप्ता से पूछताछ करेगी।
डीकेएस अस्पताल में करोड़ों का घोटाला व दस्तावेजों में छेड़छाड़ करने के मामले में फंसे डॉ. पुनीत गुप्ता लगातार तीन नोटिस के सोमवार को सुबह अपने पिता डॉ. जीबी गुप्ता व वकीलों के साथ बयान दर्ज कराने गोलबाजार थाने पहुंचे। उनसे पुलिस ने करीब तीन घंटे तक पूछताछ की।
पुलिस ने डॉ. पुनीत गुप्ता से एसआईटी की टीम अस्पताल रिनोवेशन, प्लेसमेंट कर्मियों की भर्ती, दवा-उपकरण खरीदी समेत अन्य दस्तावेजों में गड़बड़ी को लेकर पूछताछ सहित करीब 50 सवाल पूछे। लेकिन डॉ. गुप्ता यही कहते रहे कि फाइल देखकर ही कुछ बता पाएंगे।
इसके लिए उन्होंने आरटीआई के तहत जानकारी मांगी है। इधर एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि डॉ. पुनीत गुप्ता के किसी भी उत्तर से हम सहमत नहीं हैं। इसलिए डॉ. गुप्ता से बयान दर्ज कराने फिर से नोटिस जारी कर बुलाया जाएगा।
डॉ. पुनीत गुप्ता की मुश्किले फिर बढ़ सकती है, अग्र्रिम जमानत के खिलाफ पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट मेें लगाई याचिका: हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिलने के बाद भी पुनीत गुप्ता की गिरफ्तारी का खतरा जरूर टल गया है, लेकिन यह खतरा जल्द ही पुनीत गुप्ता पर फिर मंडरा सकता है, क्योंकि राजधानी पुलिस ने पुनीत गुप्ता को बिलासपुर हाईकोर्ट से मंजूर हुई अग्रिम जमानत याचिका के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी है।
एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने दो दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसमें पुनीत गुप्ता के खिलाफ गंभीर अपराध और पर्याप्त सबूत के आधार पर उनकी अग्रिम जमानत की याचिका को खारिच करने की बात कही गई है।
बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा लगाई गई इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में कल सुनवाई भी है। अगर सुप्रीम कोर्ट अग्रिम जमानत के फैसले को रद्द कर देता है, तो फिर डा पुनीत गुप्ता की गिरफ्तारी हो सकती है।
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