चक्रवाती तूफान फानी ओडिशा में पुरी तट पर टकरा गया है। भुवनेश्वर, गजपति, केंद्रपारा और जगतपुर सिंह कई इलाके में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है।
तटीय जिलों में रेल, सड़क और हवाई यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। समुद्र तटीय प्रदेश ओडिशा में चक्रवाती तूफान फानी के कारण बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं।
लोगों को शुक्रवार को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। गोपालपुर सहित ओडिशा के तटीय इलाकों से 11 लाख से ज्यादा लोगों को हटाया गया है। ओडिशा के साथ आस-पास के राज्यों में फानी तूफान का असर है।
आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में भी तूफान को लेकर अर्लट जारी किया गया है। तूफान की रफ्तार में कुछ कमी आई है और इस वक्त वह 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है। फानी तूफान की दिशा में परिवर्तन होने से अब यह आंध्रप्रदेश की ओर नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ रहा है।
तूफान की दहशत ने पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों को अलर्ट पर रखा गया है। चक्रवाती तूफान ओडिशा में तबाही मचाने के बाद अब आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ रहा है।
ओडिशा के गंजम जिले में चक्रवाती तूफान फानी के कहर से बचाने के लिए तीन लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया गया।
चक्रवाती तूफान फानी की वजह से ओडिशा के करीब 10 हजार गांव और 52 शहर प्रभावित होने का अनुमान है। ओडिशा में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम तीन दिन पहले से ही जारी है। सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जा रहे लोगों के रहने के लिए करीब 900 तूफान आश्रय स्थल बनाए गए हैं।
तूफान से बर्बादी और तबाही की आशंका से ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ रही है, तो ओडिशा सरकार की बेचैनी भी कम नहीं है। सरकार ने परिस्थितियों का सामना करने की हर संभव तैयारी कर रखी है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
ओडिशा के तटीय इलाकों से गुजरने वाली ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है, कई गाडिय़ों के रास्ते भी बदले गए हैं। यहां तक की भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही बंद कर दी गई है।
फानी तूफान की वजह से ओडिशा सरकार ने स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी कर दी है। लाइडस्पीकर के जरिए लोगों को घरों न निकलने की सलाह दी जा रही है। वहीं एनडीआरएफ की टीमों ने हर हालात से निपटने के लिए मोर्चा संभाल रखा है।
गंभीर नुकसान की आशंका को देखते हुए आपदा प्रबंधन की टीमें हाई अलर्ट पर हैं। इस चक्रवात से गंजाम, गजपति, खुर्दा, पुरी एवं जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, भद्रक, जाजपुर एवं बालासोर सहित ओडिशा के कई तटीय जिलों के काफी प्रभावित होने की आशंका है।
इसी तरह पश्चिम बंगाल के पूर्वी एवं पश्चिमी मेदिनीपुर, हावड़ा, हुगली, झारग्राम और कोलकाता जिलों के साथ-साथ आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों के भी इस तूफान से प्रभावित होने की आशंका है।
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