World Toilet Day 2022: दिन में एक बार या दो बार? आपको कितनी बार टॉयलेट जाना चाहिए?

19 नवंबर को वर्ल्ड टॉयलेट डे मनाया जाता है. वर्ल्ड टॉयलेट डे मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को खुले में शौच करने से रोकना है. सिंगापुर के रहने वाले जैक सिम ने 19 नवंबर 2001 को वर्ल्ड टॉयलेट ऑर्गेनाइजेशन की स्थापना की थी. जिसके बाद वर्ष 2013 में संयुक्त राष्ट्र संगठन ने इसे ऑफिशियल तौर पर मनाने की घोषणा की. आप भी दिन में कई बार टॉयलेट जाते होंगे, लेकिन क्या आपको मालूम है कि दिन में कितनी बार टॉयलेट जाना चाहिए? जरूरत से ज्यादा या कम बार टॉयलेट जाना भी आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में सवाल उठता है कि दिन में कितनी बार टॉयलेट जाना आम बात होती है? चलिए आज हम आपको इसका जवाब बताते हैं.
टॉयलेट मुख्य रूप से दो कामों के लिए जाया जाता है. पहला है मल त्यागने के लिए और दूसरा पेशाब करने के लिए. अगर बात पेशाब की करें तो टॉयलेट जाना इस बार पर निर्भर करता है कि आप दिन भर में कितना पेय पदार्थ लेते हैं. टॉयलेट आना ड्रिंक के साथ-साथ बॉडी साइज, एक्सरसाइज, हाईड्रेशन लेवल, दिनभर की एक्टिविटी और आपकी मेडिकल कंडीशन (बीमारी, प्रेग्नेंसी, डायबिटीज) आदि पर भी निर्भर करता है. बात अगर एक स्वस्थ व्यक्ति की करें तो एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में 6 से 8 बार टॉयलेट जाना चाहिए. डॉ जेनिफर शू के मुताबिक, एक व्यस्क आदमी हर दो से ढाई घंटे में टॉयलेट में जाता है, यानि 24 घंटे में 6-9 बार पेशाब के लिए टॉयलेट जाना आम बात होती है. इसलिए पूरे दिन में इतनी बार ही टॉयलेट जाना चाहिए. अगर आप इससे ज्यादा या कम बार टॉयलेट जाते हैं तो यह ध्यान देने लायक बात हो सकती है. ज्यादा टॉयलेट जाने के लिए आपको अधिक पानी पीना चाहिए.
यह भी है जरूरी
यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज और डायजेस्टिव और किडनी डिजिज के मुताबिक, एक व्यस्क व्यक्ति एक दिन में दिन के समय लगभग 1.4 लीटर यूरिन उत्पादित करता है. हालांकि, शरीर 2 लीटर तक भी यूरिन प्रोड्यूस करना आम बात होती है. अगर आपको लगता है कि पेशाब को लेकर किसी तरह की दिक्कत है तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. कई लोग पेशाब लगने पर भी टॉयलेट नहीं जाते हैं. ऐसा करना आपके लिए बड़ी बीमारी का कारण भी बन सकता है. ज्यादा लंबे समय तक पेशाब रोककर रखने से आपके ब्लैडर में बैक्टीरिया अधिक विकसित होते हैं कर यह कई प्रकार के स्वास्थ्य जोखिम का कारण बन सकता है. इसके अलावा ऐसा ज्यादा करने कर किडनी फेल होने की संभावना भी बढ़ जाती है. इसलिए समय समय पर पेशाब जाना बहुत जरुरी होता है.
वहीं बात अगर माल त्यागने की करें तो इसके लिए एक स्वस्थ व्यक्ति 24 घंटे में 1 ही बार टॉयलेट जाना चाहिए. हालांकि, कुछ लोग दिन में 2 बार भी मल त्यागने के लिए टॉयलेट जाते हैं, जोकि आम बात है. अगर आप इससे ज्यादा बार मल त्यागने के लिए टॉयलेट जाते हैं तो यह आपके विचारणीय हो सकता है.