दुर्ग। दुर्ग शहर तथा आसपास के जिलों में कई वर्षों से दो पहिया और चार पहिया वाहनों की चोरी की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह का पुलिस ने भंड़ाफोड़ किया है। आरोपियों ने नागपुर एवं बिहार जाकर वर्ष 2016 से वर्ष 2019 के मध्य चोरी गई करीब दर्जन भर सूमो, बोलेरो वाहन तथा पिकअप चार पहिया वाहन चोरी को उजागर किया है।
दुर्ग रेंज में चोरी गए करीब दर्जन भर सूमो, बोलेरो, पिकअप वाहनों के संबंध में उपरोक्त टीम द्वारा अन्वेेषण के दौरान पता चला कि भिलाई सेक्टर-5 निवासी सतबीर सिंह उर्फ सोनू जो वाहन चोरी का मास्टर माईड है अपने साथी हरदीप सिंह निवासी टाटा लाईन केम्प-2 जलेबी चौक छावनी के साथ दुर्ग, बेमेतरा, बालोद, कवर्धा, धमतरी आदि जिलों में सूमो, बोलेरो, पिकअप वाहन जो घर के बाहर खड़े रहते थे उन वाहनों का रैकी करते थे एवं भिलाई सेक्टर-6 ए मार्केट ताला-चाबी बनाने वाले इम्तायाज आलम की मदद से रैकी किए गए वाहनों का चाबी तैयार करवाकर उपरोक्त स्थानों से गाडिय़ों को आसनी से चोरी कर लेते थे। इनके द्वारा ऐसे वाहनों को निशाना बनाया जाता था जो डुब्लीकेट चाबी से खुल जाते थे एवं स्टार्ट हो जाते थे।
कवर्धा एवं धमतरी के वाहनों में इलेक्ट्रानिक एवं सेन्सर युक्त चाबी होने के कारण इन्हें वहां सफलता नहीं मिल पाई। सतबीर उर्फ सोनू चोरी किए गए वाहन को रायपुर डुमरतराई हिमालया हाईटस निवासी विरेन्द्र उर्फ बिट्टू सिंह जो मूलत: आरा बिहार का ही रहने वाला है के माध्यम से कोईलवर आरा बिहार के मंजी उर्फ मंजीत सिंह को बेच देता था।
मंजी उर्फ मंजीत सिंह उपरोक्त वाहनों को बक्सर निवासी अजीत सिंह को बेचता था। अजीत सिंह उपरोक्त वाहनों में गांजा तस्करी हेतु स्थानीय मैकेनिक के पास गाडिय़ों में अतिरिक्त स्पेस हेतु माडीफिकेशन कराता था एवं वाहनों का रजिस्टेशन यूपी एवं बिहार के नंबरों का करवाता था तथा वाहनों के इंजन नंबर एवं चेचिंस नंबर को अल्टरकर नया नंबर डलवाता था फिर उपरोक्त वाहनों से अपने डाईवरों अरूण यादव, आकाश यादव, सरोज यादव, बबलू यादव जो बक्सर, आरा एवं बलिया के रहने वाले हैं उनके माध्यम से माल्कानगिरी ओडिशा से गांजा की तस्करी करवाता था।
उपरोक्त डाईवर थाना कालीमेला ओडिशा में गांजा तस्करी के दौरान बेमेतरा से चोरी गई बोलेरो में पकड़े गए हंै जिसका थाना कालीमेला जिला ओडिशा में अपराध पंजीबद्ध है जिसमें बेमेतरा से चोरी गई बोलेरो जब्त भी है।
इस प्रकार यह भी पता चला कि बक्सर निवासी अजीत सिंह गांजा तस्कर रैकेट पूरे उत्तर भारत में संचालित करता है तथा इसके पास अन्य प्रदेशों से भी भारी मात्रा में चोरी गई चार पहिया वाहन होने के प्रर्याप्त सबूत मिले हैं।
बिहार निवासी आरोपीगण अजीत सिंह एवं मंजीत सिंह तथा सतबीर सिंह उर्फ सोनू को विगत दिवस न्यायालय प्रस्तुत कर और वाहनों की बरामदगी एवं पूछताछ करने हेतु पुलिस रिमाण्ड हासिल किया गया है।
प्रकरण में उपरोक्त आरोपियों में से भिलाई निवासी सतबीर सिंह एवं हरदीप सिंह सेक्टर 6 ए मार्केट में ताला चाबी बनाने वाला इम्तायाज आलम के मदद से गाडिय़ों की चाबी बनाकर चार पहिया वाहन चोरी कर रायपुर निवासी विरेन्द्र सिंह एवं बिहार निवासी मनजीत सिंह के माध्यम से 07 बोलेरो एवं सुमो वाहनों को बक्सर बिहार निवासी अजीत कुमार सिंह को बेच दिया था अजीत सिंह को उन वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर परवर्तित कर इंजन एवं चेचिंस नंबर को आल्टर कर नये नंबर पंचकर वह गांजा के तस्करी में इस्तेमाल करता था जिसमें से बेमेतरा से चोरी गई 1 बोलेरो वाहन थाना कालीमेला जिला मल्कानगिरी में गांजा के प्रकरण में जब्त है।
पुलगांव से चोरी गई 1 सूमो वाहन को बिहार निवासी अजीत सिंह से जब्त कर बरामद किया गया है तथा अजीत सिंह द्वारा शेष 5 वाहनों को जिसे गांजा तस्करी में इस्तेमाल करता था उसके पकड़े जाने की भनक लगने पर शेष 5 वाहनों को लावारिस स्थिति में आरा शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में छोड़ दिया था जिसे जिला भोजपुर आरा के थाना पिरो एवं आरा टाउन में रोजनामचा रिपोर्ट दर्ज कर थाना में सुरक्षित रखा गया है। 2 बोलेरो वाहन जो सुपेला थाना क्षेत्र से चोरी गई थी उसे नागपुर निवासी प्रशांत कडबे को बेचा गया था जिसे बरामद कर लिया गया है।
इस प्रकार कुल 4 वाहन बरामद कर लिया गया है तथा तथा सोनू उर्फ सतबीर सिंह ने पुलगांव से चोरी कर टाटा को मल्कानगिरी निवासी दिलीप के पास बेच दिया था जो दिलीप के द्वारा गांजा तस्करी के दौरान आबकारी विभाग मल्कानगिरी द्वारा गांजा तस्करी के प्रकरण में जब्त किया गया है।
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