
रायपुर। विधानसभा में आज विपक्षी भाजपा सदस्यों ने कांग्रेस सरकार को किसानों को समर्थन मूल्य पर वितरित किए गए धान बोनस के मुद्दे पर घेरा। इस मुद्दे पर सहकारिता मंत्री डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने द्वारा दिए गए उत्तर से असंतुष्ट होकर भाजपा सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन भी किया।
प्रश्रकाल में आज नेता प्रतिपक्ष धमरलाल कौशिक ने प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी एवं किसानों को बोनस देने का मामला उठाया। इस मामले में सहकारिता मंत्री डा. टेकाम ने लिखित उत्तर में बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2018-19 में 1 नवंबर 2018 से 21 जनवरी 2019 तक मोटर धान 1750 प्रति क्विंटल, पतला धान 1770 प्रति क्विंटल की दर से एवं प्रोत्साहन बोनस 300 प्रति क्विंटल की दर से किसानों को भुगतान किया गया। उन्होंने बताया कि 21 जनवरी 2019 के पश्चात धान विक्रय करने वाले किसानों को 2500 प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया गया है। 1 नवंबर 2018 से 21 जनवरी 2019 तक क्रय किये गये धान के 2500 प्रति क्विंटल की दर से भुगतान योग्य अंतर की राशि क्रमश: मोटा धान 450 एवं पतला धान 430 रूपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों को भुगतान किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि 2013-14 में रूपये 300 प्रति क्विंटल की दर से बोनस का भुगतान किसानों को किया जा चुका है वर्ष 2014-15 के बोनस का प्रावधान नहीं किया गया है।
मंत्री ने अपने जवाब में अब तक कितने किसानों को धान बोनस एवं शेष कितने किसानों को बोनस किया जाना शेष है इसकी भी जानकारी सदन में रखी। इस पर भाजपा सदस्य ने पूछा कि शेष किसानों को कब तक बोनस दे दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि जल्द से जल्द दिया जाएगा। इस मामले में अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा एवं जनता कांग्रेस विधायक धर्मजीत सिंह ने भी मंत्री को घेरने का प्रयास किया। सत्ता पक्ष की ओर से सदस्य अमरजीत भगत ने मंत्री का बचाव करने का प्रयास किया। इस बीच भाजपा सदस्यों एवं अमरजीत भगत के बीच भी कुछ देर तक बहस चली, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित होने लगी। इस बीच अध्यक्ष ने मामले को शांत कराया और कार्यवाही आगे बढ़ाई। इस दौरान भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने इस प्रश्र पर मंत्री के उत्तर को असंतोषजनक बताते हुए बहिर्गमन करने की घोषणा की। जिसके बाद सभी भाजपा सदस्य सदन से बाहर चले गए।