रायपुर। भाजपा की हार के लिये कार्यकर्ताओं को दोषी ठहराये जाने के धरमलाल कौशिक के बयान की कड़ी निंदा करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि स्वयं की गलतियों, भ्रष्टाचार एवं अंधेरगर्दी के कारण हुये हार के लिये भाजपा के कार्यकर्ताओ को दोषी ठहराकर कौशिक ने भाजपा नेतृत्व के वास्तविक चरित्र को उजागर किया है।
भाजपा नेतृत्व का यही अहंकार जनविरोधी और कार्यकर्ता विरोधी चरित्र ही भाजपा की हार का सबसे बड़ा कारण रहा है। 15 वर्षों तक रमन सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, धरमलाल कौशिक स्वयं विधानसभा अध्यक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष के महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे।
15 वर्षों तक सत्ता का लगातार उपभोग करने के बाद अब जब कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार, और निकम्मेपन के कारण, जनविरोधी नीतियों के कारण छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने हराया है। तब दोष कार्यकर्ताओं के माथे मढ़ रहे है।
आगे त्रिवेदी ने कहा है कि जिन कार्यकताओं की मेहनत से भाजपा 2 लोकसभा से पूर्ण बहुमत तक पहुंची, उनकी मेहनत को नकारते हुये दिये गये धरमलाल कौशिक जैसे नेताओं के बयान के परिणामस्वरूप लोकसभा चुनावों में देश में भाजपा फिर 2 सीटों तक सिमट जायेगी।
विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के लिए कार्यकर्ताओ को जिम्मेदार ठहराने के बजाये भाजपा के नेताओं को आत्ममंथन करना चाहिए कि आखिर प्रदेश के मतदाताओं ने विधानसभा चुनाव में भाजपा के बजाय कांग्रेस को जिताने का निर्णय क्यों लिया?
रमन सिंह के विकास के झूठे खोखले दावों को भाजपा के कार्यकर्ता ने ही नकार दिया। रमन सिंह की सरकार मतदाताओं की कौन कहे भाजपा के कार्यकर्ताओं के मन में भी अपने विकास का छाप नहीं छोड़ पाई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी ही पार्टी की सरकार के राज में हो रहे तकलीफों को महसूस किया और इसीलिये तकलीफ पहुंचाने वाले भाजपा सरकार को उखाड़ फेंका।
सच्चे कार्यकर्ताओं ने तो भाजपा के लिए ना तो वोट मांगे न तो समर्थन मांगा। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक के बयान से यह है कि भाजपा में अब शून्य से शिखर तक पहुंचाने वाले कार्यकर्ताओ की ही बात सुनी नही जाती है। भाजपा में अब कार्यकर्ता का आक्रोश साफ दिख रहा है, धरमलाल कौशिक जैसे बयानों से और बढ़ेगा।
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