छत्तीसगढ़

कोंडागांव : वाहन चालकों की मनमानी से बिगड़ रही यातायात व्यवस्था…लड़कियां भी पीछे नहीं….

कोण्डागांव। एनएच 30 बस्तर या पूरे दक्षिण छत्तीसगढ़ को राजधानी सहित अन्य महानगरिय नगरों से जोड़ता हैं। लेकिन इसी एनएच 30 में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई हैं। खास कर यातायात की खस्ता हालत कोण्डागांव मुख्यालय में बनी हुई हैं। यहां वाहन चालक मनकानी वाहन चलने के साथ अपने मर्जी से वाहन कभी भी पार्क कर देते हैं। इससे सडक़ो में वाहन चलाना और भी जटिल होता जा रहा है। वहीं बाजार या किसी खास दिन माल वाहक वाहनों में सवारी ढोए जाने का नजारा भी यहां आम हो चुका है। कोण्डागांव की यातायात विभाग इस ओर केवल सुधार किए जाने की बात कह रही है, जिसे कई महिने हो चुके हंै।
ये मार्ग जगदलपुर को रायपुर सहित अन्य नगरों से मुख्यत: एनएच 30 जोड़ता है। एनएच 30 होने के चलते ट्राफिक का दबाव मुख्यालय के मुख्य मार्ग पर बखूबी महसूस किया जाता है। लगातार यातायात के दबाव को सहते हाईवे पर अधिकारी जल्द व्यवस्था सुधार की बात कहते हैं। लेकिन कोई बड़ा सार्थक पहल या मुहिम नजर नही आता।
बस संचालक करते हैं मानमानी
नगर से होकर गुजरने वाले नेशनल हाईन 30 पर लगातार हादासों का आकड़ा साल दर साल बढ़ता जा रहा हैं। इन पर अंकुश लगाने की कोई खास पहल भी नजर नही आती। इन हादसों में जितने भी गंभीर हादसे हुए हैं उनमें अधिकांश गलती बसों की देखी गई है। कई बार बसों के गलतियों का खामियाजा मासूम विद्यार्थियों, तो किसी परिवार के पालक को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी है। दरअसल कोण्डागांव में एक मुख्य बस स्टॉप और नगर के अंदर एनएच के आस पास 1 गांधी चौक स्टॉप, रायपुर नाका व जगदलपुर नाका स्टॉप है। कायदे से बसों को यहीं रूकना चाहिए, लेकिन यातायात पुलिस, यातायात विभाग या जिला मुख्यालय होने के बाद भी प्रशासन की ढिलमुल लापरवाह रवैये के करण बसे नगर में तेज और लापरवाह गति से ना केवल प्रवेश करते हैं, बल्कि अपने मर्जी से कही भी कभी भी रोकते हैं, सवारी चढ़ाते-उतारते हैं। तेज गति के बसों के अचानक नगर में मनमाना तरिके से कही भी रूकने और चलाने के कारण कई गंभीर हादसे हो चुके हैं। पूर्व में हादसों के बाद नगर के आम जनों का आक्रोश बस में तोड़ फोड़ और आगजनी जैसी वारदातों को आंजाम दे चुके हैं, लेकिन आज भी स्थिति जस के तस है।
मार्किंग तो हुए पर नियम किसी को पता नहीं
कुछ महिने पूर्व मुख्यालय से होकर गुजरने वाली मुख्य मार्ग एनएच 30 का पुन: निर्माण किया गया है। इसे पहले से बेहतर, तेज और सुरक्षित बनाने के लिए कई सुधार या बदलाव किए गए है। लेकिन इन बदलाव या सुधार का आज तक ग्रामीणों या नगर के रहगिरों को मतलब तक नहीं पता। साधारण भाषा में यह भी कहा जा सकता है कि, डिवाईडर के किस तरफ से कैसा चला जाता है, इस बात की सिख यातायात पुलिस ने नहीं दी। उदाहरण के तौर पर हाइवे पर सडक़ पार करने के लिए स्थान चिन्हीत कर मार्किंग किए गए हंै, पर यातायात पुलिस के सामने ही कोई भी अपने मर्जी से कहीं से भी पार कर सकता है। इसी तरह हाइवे के दोनों ओर सफेद रंग की लाइन होती है जिसका मतलब होता है, नो पार्किंग या इस स्थान से हाइवे में प्रवेश ना करे, इन निशानों को भी कोण्डागांव के वाहन चालक मजाक बना कर रख दिए है।
ये हैं डेंजर जोन
अव्यवस्थित यातायात के कारण नगर से होकर गुजरने वाला एनएच पूरा का पूरा खतरनाक बन गया हैं। लेकिन एनएच 30 और नगर के अंदर कुछ ऐसे चिंहित क्षेत्र भी हैं जहॉ सबसें अधिक जानलेवा हादसें होते हैं। इनमें एसपी कार्यालय चौक, दंतेश्वरी वीहार के पास, जगदलपुर नाका, लैप्म्प रोड-डीएनके मोड, बस स्टैण्ड के दोनों प्रवेश में, मसजिद चौक, गांधी चौक, जामकोटपारा चौक, रायपुर नाका चौक में सबसें अधिक जानलेवा हादसें होते हैं। इन हादसों का कारण या तो भारी वाहनों का नगर में प्रवेश हैं, या तो बसों की मनमानी है।
सिग्नल पर बत्तियों का पता नहीं, खाना पूर्ती के लिए काट दिया जाता है चालान
यातायात के बढ़ते दबाव को कम करने, बगड़े व्यवस्था को सुधारने के लिए यातायात पुलिस सुधार और मुहिम चलाकर कार्रवाहीं की बात करती है। इस ओर कार्रवाहीं करते हुए यातायात पुलिस ने सिटी कोतवाली थाना चौक पर बिना नंबर, आड़े-टेढ़े नंबर वाले लगभग 200 वाहनों पर कार्रवाई की गई। जहां सुधार के लिए यातायात पुलिस अग्रसर है वहीं ट्राफिक सिग्नल का तीनो लाइट कई दिनों से बंद पड़ा है, ऐसे में वाहन चालको का कहना है कि, विभाग केवल चालानी कार्रवाहीं कर खानापुर्ती कर रही है। सुधार करना होता तो, अब तक कोण्डागांव की यातायात व्यवस्था सुधर चुकी होती।
स्टेप बाई स्टेप किया जा रहा कार्य
यातायात प्रभारी सुबेदार अशोक गिरी का कहना है कि, एक साथ सभी कार्रवाई करने से व्यवस्था और अधिक बिगड़ सकती है। ऐसे में एक-एक कर व्यवस्था सुधारी जा रही है। पहले पहल नम्बर प्लेट कर कार्रवाई की जा रहा है, इसके बाद तीन सवारी पर किया जाएगा। इसी तरह सारे बिंदुओं पर कार्रवाहीं तेज कर दी जाएगी। ताकि कोण्डागांव का यातायात व्यवस्था आर्दश बन सके।

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