रायपुर। विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशी या पार्टी कार्यकर्ता अचार संहिता का उल्लंघन करता है तो उसे आसानी से पकड़ लिया जाएगा। क्योंकि निष्पक्ष चुनाव हो इसके लिए निवार्चन आयोग ने ऐसा एप तैयार किया है जिसका नाम सीविजल एप है। भारतीय चुनाव आयोग ने एक ऐसा एप तैयार किया है। जिसमें चुनाव लडने वाले उम्मीदवार और समर्थक आचार संहिता का उल्लंघन करने पर आसानी से पकड़ में आ जाएगें।
ये प्रक्रिया मध्यप्रदेश, राजस्थान, मिजोरम व तेलांगना राज्यों में होने वाले चुनाव को ध्यान में रखकर की गई है। आयोग ने इस आधुनिक तकनीकि मदद से नियम तोडने वाले नेताओं व समर्थकों पर नकेल कसने की तैयारी की है, कुछ एप उम्मीदवारों की सुविधा के लिए बनाए गए है। भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य पदाधिकारी सुब्रत साहू ने पत्रकारवार्ता में बताया कि इस एप के माध्यम से आम नागरिक विधानसभा चुनाव के दौरान आदर्श संहिता के उल्लंघन की शिकायत रिटर्निंग ऑफिसर को पहुंचा सकता है।
सीविजल एप का उपयोग हर कोई व्यक्ति कर सकता है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में पहले चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू होते ही 16 अक्टूबर को यह एप काम करना शुरू कर देगा। जिसके बाद चुनाव प्रक्रिया समाप्त होते ही यह एप निष्क्रिय हो जाएगा। ये एप के जरिए जुलूस, वाहन, कैंप कार्यालय आदि खोलने के लिए मंजूरी भी ऑनलाईन मिल जाएगी। जिससे अब नेताओं को चुनाव अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। इस बार आयोग चुनावों में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन रोकने तथा निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए कई प्रौद्योगिक एप्लीकेशंस का सहारा ले रहा है। आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन के बारे में सूचित करने के लिए लोगों के एंड्राईड फोन में सीविजल एप विकसित किया है। चुनाव आयोग द्वारा तैयार किए गए इस एप से आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों का पर तत्काल कार्रवाई कर 100 मिनट में रिजल्ट एप पर अपलोड कर दी जाएगी।
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