नई दिल्ली। कसानों की फसलों की लागत पर 50 फीसदी मुनाफे के वादे पर एक और कदम बढ़ाते हुए केन्द्र सरकार ने गेहूं की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य 105 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया है। इसके अलावा रबी की अन्य फसलें जैसे जौ, मसूर, सरसों और सूरजमुखी की फसलों का भी एमएसपी बढ़ाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्र की आर्थिक मामलों की कमेटी ने रबी की फसलों का नयूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने का फैसला लिया है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कैबिनेट के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है. रबी की फसलों के रूस्क्क में हुए इजाफे से देश के किसानों को 62. 635 करोड़ रुपये अतिरिक्त की आय होगी। कैबिनेट ने गेहूं की फसल के एमएसपी में 105 रुपये का इजाफा करते हुए 18 सौ 40 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो लागत से 112.5 फीसदी ज्यादा है। इसी तरह जौ की एमएसपी में 30 रुपये का इजाफा करते हुए 14 सौ 40 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो लागत से 67.4 फीसदी ज्यादा है।
दलहन की फसलों की बात करें तो चने की फसल का एमएसपी 220 रुपये बढ़ाते हुए 4 हजार 6 सौ 20 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो लागत से 75.2 फीसदी ज्यादा है। इसी तरह मसूर की फसल का एमएसपी 225 रुपये बढ़ाते हुए 4 हजार 4 सौ 75 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो लागत से 76.7 फीसदी ज्यादा है। दलहन के बाद तिलहन की फसल की बात करें तो कैबिनेट ने सरसों की फसल का एमएसपी 200 रुपपये बढ़ाते हुए 4 हजार 2 सौ रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो लागत से 89.9 फीसदी ज्यादा है।
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