रायपुर। प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने सीडी कांड में गिरफ्तार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के बयान को लेकर कांग्रेस को घेरते हुए भाजपा ने पलटवार किया और कहा कि कांग्रेस नेता राजनीतिक चरित्र हत्या के पाप का प्रायश्चित करने के बजाय ‘अपराध नहीं किया तो जमानत की भीख नहीं लेने’ जैसी टिप्पणी करके अब अदालत की अवमानना तक करने पर आमादा हो गए हैं।
विधायक व पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्रीचंद सुन्दरानी ने आज जारी अपने वक्तव्य में इस बात पर हैरत जताई कि भूपेश इरादतन राजनीतिक चरित्र हत्या को भी अपराध नहीं मान रहे हैं, जबकि उन पर लगी धाराएं मामले की सच्चाई बयां कर रही हैं। सुन्दरानी ने कहा कि दरअसल बघेल इस सच से वाकिफ थे कि आईटी एक्ट की धारा 67(ए) गैर जमानती है, इसलिए बघेल ने जमानत नहीं लेने का नया सियासी ड्रामा रचा। लेकिन प्रदेश की जनता इन सियासी नौटंकियों का समय आने पर माकूल जवाब देगी। उन्होंने जेल में सत्याग्रह करने के बघेल के फैसले पर भी निशाना साधा और कहा कि महात्मा गांधी का नाम लेकर बघेल ने महात्मा गांधी और उनके सत्याग्रह का भी अपमान किया है।
गांधी जी सत्य के लिए आग्रह करके आंदोलन करते थे और ऐसा करके उन्होंने ब्रिटिश हुकूमत को झुकाया, पर भूपेश अपने आपराधिक कृत्य को सत्याग्रह से जोड़कर क्या साबित करना चाह रहे हैं ? अब बघेल ‘सत्याग्रह’ की भी अवमानना करने के अपराधी बन गए हैं। सुंदरानी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की इस बात के लिए भी निंदा की कि वे और कांग्रेस नेता डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा को प्रणाम करके कोर्ट तक पैदल गए, और वहां जमानत नहीं लेने की सियासी नौटंकी खेलकर डॉ. अम्बेडकर और उनकी संवैधानिक अवधारणा का भी अपमान किया है।
Add Comment