बैंकुठपुर, चंद्रकांत पारगीर। कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सलबा के उप-सरपंच और पंचो ने सरपंच और पंच की मनमानी के कारण अपना इस्तीफा देने का फैसला किया है। पंचों का कहना है कि सरपंच और सचिव की शिकायत मंत्री से लेकर सीईओ तक की गई, परन्तु कोई भी उनकी सुनने को तैयार नही है। बीते 9 माह से पंचायत का कोई भी कार्य नहीं हो रहा है, बिना प्रस्ताव बिना निर्माण कार्य करवाए राशि का आहरण कर लिया जा रहा है। उन्होंने एसडीएम को पत्र लिखकर सभी ने अपने इस्तीफे देने को कहा है।
जानकारी के अनुसार जिलामुख्यलय से लगे ग्राम पंचायत सलबा के ग्रामीण और सभी वार्डो के पंच व उपसरपंच पंचायत भवन में एकत्रित हुए। सभी ने एक स्वर में बीते 9 माह से सचिव और सरपंच की मनमानी को लेकर नाराजगी व्यक्त की। पंच जार्ज सालोमन बेक, आलिया खातून, हुसैन खान, सुरेन्द्र प्रताप सिंह, सीमा खैरवार, अनीता साहू, मेघनाथ बेक, समित्रा, निर्मला राजवाडै, राम स्वरूप, पवन कुमार सिंह, कांति सिंह, सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि बीते 9 माह से सचिव ग्राम पंचायत नहीं आया है, और ना ही कोई बैठक का आयेाजन किया गया है। ग्रामीणों को छोटे छोटे कार्य के लिए भटकना पड रहा है।
बिना प्रस्ताव निर्माण कार्य स्वीकृत हो रहे है, बिना निर्माण के राशि का आहरण किया जा रहा है। वहीं साल से ज्यादा समय से आंगनबाड़ी भवन की नींव खोद कर छोड़ दी गई हैं, इसी तरह सचिव कार्यालय अधूरा पड़ा हुआ है। सामुदायिक भवन पूरा खंडहर में तब्दील हो चुका है। सभी ने बताया कि सचिव की शिकायत उन्होंने श्रम मंत्री से कई बार की, जनसमस्या शिविर में कई बार अधिकारियों को बताया, वहीं लोक सुराज अभियान में भी बताया कि ग्रामीणों को शासकीय योजना का लाभ भी नहीं मिल रहा है बावजूद इसके कोई भी सचिव पर किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं की जा रही है। दिन-ब-दिन लोगों की मुसीबत बढ़ती जा रही है। ऐसे में उप-ररपंच सहित सभी पंचों ने यह निर्णय लिया है कि जब कोई काम ही नहीं होना है तो पद पर रहने का कोई मतलब नहीं है सभी ने अपना इस्तीफा की जानकारी एसडीएम को सौप दी है। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि यदि सचिव पर कार्यवाही नहीं होती है तो अगली बार वे ग्राम पंचायत में ताला बंदी करेेगे।
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