जगदलपुर। प्रदेश के अन्य जिलों में बढ़ते वन्य प्राणियों की संख्या का लाभ बस्तर को मिला है। प्रदेश के राजनांदगांव एवं धमतरी जिले जंगलों से 30 चीतल, एक-एक नील गाय और चौसिंगा वन्यप्राणी को कांगेर घाटी के डियर पार्क में लाया गया है। इस प्रकार से उपरोक्त जिलों के जंगल में बढ़ी चीतलों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए यह वन विभाग का कारगर कदम है। वन अधिकारियों द्वारा यह भी बताया गया है कि इन वन्य प्राणियों को वयस्क होने के बाद इन्हे कांगेर घाटी में स्वतंत्र विचरण के छोड़ा जाएगा।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के संचालक दिव्या गौतम ने बताया कि कोटमसर गुफा के पास 10 हेक्टेयर में ट्रांजिस्ट फेसलिटी सेन्टर बनाया गया है जो डियर पार्क के नाम से चर्चित हो गया है। उपरोक्त स्थानों से लाए गए 30 चीतल, एक नर नीलगाय और एक चौसिंगा को यहां रखा गया है। प्रत्येक चीतल को प्रतिदिन दो किलो हरा चारा और एक किलो फैलेट दिया जा रहा है। इनकी निगरानी के लिए एक वनपाल को यहां नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि परिवहन के समय तथा पार्क में आपस में लडऩे से कुछ चीतल घायल हुए थे। उपचार के बाद अब ये स्वस्थ्य हैं।
यहाँ भी देखे – काला हिरण मामला : सलमान खान की कोर्ट में हुई पेशी, सजा के खिलाफ याचिका पर 17 जुलाई को सुनवाई
Add Comment