छत्तीसगढ़ में रायपुर-जगदलपुर नेशनल हाईवे 30 पर कोंडागांव जिले में स्थित केशकाल घाट में शुक्रवार से पेच रिपेयर का काम शुरू हो जाएगा। इसके चलते 4 से 11 नवंबर तक रायपुर से जगदलपुर आने-जाने वाले मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। जबकि, अन्य छोटी वाहनों और यात्री बसों को छूट दी गई है। इन 8 दिनों के लिए प्रशासन ने अलग-अलग रूट चार्ट भी जारी किया है।
दरअसल, यह मार्ग बस्तर संभाग के एक बड़े हिस्से में आवागमन का सबसे प्रमुख मार्ग है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने भारी वाहनों एवं ट्रकों की आवाजाही के लिए वैकल्पिक रूट चार्ट बनाया है। अफसरों ने कहा कि केशकाल विश्रामपुरी चैक से विश्रामपुरी-बोरई-सिहावा-नगरी होकर धमतरी तक पहुंच सकते हैं। इसके साथ ही एक अन्य वैकल्पिक मार्ग भी है।
भारी वाहनें राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित माकड़ी ढाबा से भानुप्रतापपुर-अंतागढ़-नारायणपुर से होकर कोंडागांव पहुंच सकती है। हालांकि, यह दोनों रुट थोड़े घुमावदार है। इसमें वाहन चालकों को कई किमी का ज्यादा लंबा सफर तय करना पड़ेगा।
दिवाली से पहले 4 दिनों तक था बंद
दरअसल, सड़क मरम्मत कार्य के चलते दिवाली से पहले भी कुल 4 दिनों इस मार्ग को बंद किया गया था। बड़ी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी। जिससे केशकाल घाट के दोनों तरफ ट्रकों की लंबी कतार लग गई थी। केशकाल घाट जाम हो गया था। ऐसे में यात्री बसों और छोटी वाहनों से यात्रा करने वाले लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी थी।
इसलिए महत्वपूर्ण है मार्ग
दरअसल, नेशनल हाईवे 30, बस्तर के 7 जिलों को राजधानी रायपुर से जोड़ता है। ट्रांसपोर्ट के लिए व्यापारी भी इसी मार्ग पर निर्भर हैं। साथ ही बैलाडीला से रोजाना सैकड़ों ट्रक कच्चा लोहा इसी मार्ग से रायपुर लेजाया जाता है। इस रूट पर सैकड़ों यात्री बसें भी चलती है। ऐसे में यह मार्ग राजधानी रायपुर को बस्तर से जोड़ने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
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