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बिहार: मोबाइल बाहर रखवाया, राबड़ी आवास घुसते ही समर्थन पत्र पर साइन करवाया, ऐसे बनी महागठबंधन सरकार

बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई है लेकिन यह सरकार बनने से पहले आरजेडी किसी भी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी इसलिए उसने जब महागठबंधन के सभी विधायकों को 9 अगस्त की सुबह राबड़ी आवास बुलाया तो उन्हें यह नहीं बताया गया था कि बैठक किस मुद्दे पर होने जा रही है. सभी को 7 अगस्त को ही आने की सूचना दे दी गई थी.

आरजेडी विधायक इसराइल मंसूरी के मुताबिक जब विधायक राबड़ी आवास पहुंचे तो सभी को गाड़ी में ही मोबाइल फोन छोड़कर आने का निर्देश दे दिया गया. इसके बाद जब वह अंदर पहुंचे तो सबसे पहले उनके समर्थन पत्र पर साइन करा लिए गए.

जानकारी के मुताबिक 9 अगस्त को सभी विधायक राबड़ी आवास पर सुबह करीब दस बजे से शाम चार बजे तक थे. इस बैठक में राजद ही नहीं कांग्रेस और अन्य महागठबंधन के विधायक भी शामिल हुए थे. जब चार बजे नीतीश कुमार राज्यपाल फागु चौहान को इस्तीफा सौंपकर राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे तब तेजस्वी के साथ सभी विधायक वहीं मौजूद थे.

बीजेपी विधायक पूर्व मंत्री राम सूरत राय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर पलटवार किया. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि 2024 में तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे ही लेकिन नीतीश कुमार 2025 में मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे. वह 8वीं बार सीएम पद की शपथ तो ले लिए हैं लेकिन वह नौवीं बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे.

नीतीश कुमार सीएम पद की शपथ लेने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना कहा था- ’14 में जो आए थे, वो 24 तक आगे रह पाएंगे कि नहीं…’ उनका बयान इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि आमतौर पर वो इस तरह की बयानबाजी से बचते हैं.

वहीं तेजस्वी के टीका-शिखा वाले बयान पर उन्होंने कहा कि टीका चंदन वाले कभी झूठ नहीं बोलते लेकिन तेजस्वी तो गोल टोपी पहनते हैं और जनता को गोल-गोल घुमा रहे हैं. मालूम हो कि तेजस्वी ने गिरिराज सिंह पर हमला बोलते हुए ट्विटर पर लिखा था ‘एक फीट लंबी चोटी रखने से कोई ज्ञानी नहीं बन जाता, जैसे आप रखते हैं. आप लोगों की ऐसी हरकतों की वजह से ही भाजपा की यह दुर्दशा है.’

बीजेपी ने मुझे खत्म करने की साजिश रची
नीतीश कुमार ने इस्तीफा देने के बाद बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि बीजेपी ने हमें खत्म करने की साजिश रची. बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया है. उन्होंने कहा कि सब लोगों की इच्छा थी कि बीजेपी से अलग हो जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि विधायकों और सांसदों की सहमति के बाद गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया है.

24 अगस्त को बहुमत साबित करेंगे नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ 10 अगस्त को कैबिनेट की पहली बैठक की. इसमें 24 अगस्त को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का फैसला लिया गया है. राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद 24 अगस्त को विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित होगा. इस सत्र के दौरान नीतीश कुमार फ्लोर पर अपनी सरकार का बहुमत साबित करेंगे.

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