क्षेत्र में मौसम बदलने के साथ लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ने लगा है। मौसम में हो रहे परिवर्तन के कारण बच्चे व बड़े वायरल फीवर के साथ ही खांसी, जुकाम, उल्टी, दस्त जैसी बीमारियों से ग्रसित होने लगे हैं।
जिसके कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। डौंडी के सरकारी अस्पताल में इलाज कराने के लिए लोग पहुंच रहे हैं। अस्पताल के दोनों जनरल वार्ड मरीजों से भर गया है। ओपीडी में सुबह से पर्ची कटवाने के साथ डाॅक्टर के रूम के बाहर मरीजों की लाइन लग रही है।
एक हफ्ते से मौसम में परिवर्तन आने के बाद से मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। पहले 40 से 50 लोग रोज इलाज के लिए पहुंचते थे। अब रोजाना 90 से अधिक लोग डौडी अस्पताल में इलाज कराने पहुंच रहे हैं। जिसमें सर्दी, खांसी, बुखार, दस्त के मरीज शामिल हैं। मौसम में सुबह-दोपहर और शाम को परिवर्तन हो रहा है। बीमारियां बढ़ने का एक बड़ा कारण यही है।
जल्द पचने वाले भोजन लें, बारिश में भीगने से बचें
ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ विजय सिंह ठाकुर ने बताया कि वर्षाकाल में भीगने से बचना चाहिए। अगर भीग भी जाएं तो जल्दी कपड़े बदल लें। अधिक समय तक गीले रहने से न केवल एजर्ली बल्कि फंगल इंफेक्शन की आशंका बढ़ जाती है। तली भुनी वस्तुओं के सेवन से परहेज करना चाहिए।
क्योंकि इस मौसम में अच्छी जरूर लगती हैं पर सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। बारिश के मौसम में शरीर में वायु की वृद्धि होती है इसलिए हल्के एवं जल्द पचने वाला भोजन करना चाहिए। इस मौसम में वातावरण में नमी होने के कारण प्यास कम लगती है लेकिन पानी फिर भी पीते रहना चाहिए। फल आदि सामग्री को धोकर व काटक ही खाना चाहिए। क्योंकि इनके अंदर कीड़े होने की आशंका रहती है। घर के आसपास पानी की जमाव न होने दें। बारिश में जलभराव के कारण मच्छर मक्खी पनरते हैं। जो घरों तक पहुंचकर बीमारी फैलते हैं।
डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा में लोगों को करेंगे जागरूक
डॉ. विजय सिंह ठाकुर ने बताया कि मौसम परिवर्तन के बाद होने वाली बीमारियों से जागरूक करने के लिए आज से 5 जुलाई तक गहन डायरीय नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर तक पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा कि दूषित पानी ना पीएं। डौंडी क्षेत्र के चिन्हित गांव में डीडीटी पाउडर का भी छिड़काव महामाया सेक्टर में चल रहा है। इस साल डीडीटी पाउडर छिडकाव के लिए डौंडी ब्लाॅक की 36 ग्राम पंचायतों को चिन्हित किए हैं।
बीपी बढ़ने के साथ पेट व सिरदर्द की भी शिकायत
नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए पहुंची मरकाटोला की दुलाराबाई यादव को 3 दिन से बीपी बढ़ने की शिकायत थी। डौंडी के तनु याद,व उकारी के भावेश साहू पेट दर्द का इलाज करवाने पहुंचे। गंगोलीडीह की भुनेश्वरी हिडको टाइफाइड, ठेमाबुजुर्ग की केसरी बारला सिरदर्द की समस्या लेकर आई थी। लखमाटोला के हेमलता विश्वकर्मा बीपी बढ़ने के चलते भर्ती है। ठेमाबुजुर्ग के नकुल बारला सिर दर्द और बुखार के चलते अस्पताल में इलाज कराने आए थे।
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