हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में नए शिक्षा सत्र 2022-23 से बीए-एलएलबी और बीकॉम-एलएलबी पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। इस पांच वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम में 12वीं पास विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। इस पर गुरुवार को होनेवाली विद्या परिषद की स्थायी समिति में मुहर लगना तय है।
इसके बाद इसे पर औपचारिक अनुमोदन लेने के लिए कार्य परिषद की बैठक में रखा जाएगा। राजभवन में समन्वय समिति की बैठक में प्रस्ताव को पास करने के लिए भेजा जाएगा। वहीं अंतिम सहमति बनेगी।
यह पाठ्यक्रम का पांच साल का होगा, जानिए
दोनों ही पाठ्यक्रम 5-5 साल के होंगे। इसकी डिग्री लेने वाले विद्यार्थियों को पांच साल की पढ़ाई के बाद कोर्ट में प्रैक्टिस करने, जज चयन परीक्षा में शामिल होने और किसी विधि महाविद्यालय में अध्यापन करने का मौका मिल सकता है। इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अकादमी विभाग ने इसके प्रथम वर्ष का पाठ्यक्रम तैयार किया है। पाठ्यक्रम का भी अनुमोदन गुरुवार को होने वाली बैठक में किया जाएगा।
प्रवेश परीक्षा के लिए शासन से लेंगे मार्गदर्शन
विधि विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए क्लेट के माध्यम से चयन परीक्षा ली जाती है। इसमें सफल होने वाले उम्मीदवारों को देश के विभिन्न विधि विश्वविद्यालयों में प्रवेश दिया जाता है। लेकिन हेमचंद विवि में शुरू होने वाले कोर्स के लिए फिलहाल चयन परीक्षा लेनी या है या नहीं को लेकर फैसला नहीं किया गया है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग और बार काउंसिल ऑफ इंडिया से मार्गदर्शन मांगा जाएगा।
12वीं के बाद छह वर्षीय कोर्स, इसमें बदलाव
वर्तमान में 12वीं उत्तीर्ण छात्रों को पहले बीए, बीकॉम की परीक्षा पास करनी पड़ती है। इसके बाद एलएलबी के तीन वर्षीय कोर्स में प्रवेश की पात्रता होती है। नए नियम से 12वीं पास सीधे बीए, बीकाम के कोर्स के साथ छात्र एलएलबी की डिग्री हासिल कर सकेंगे। अन्य विश्वविद्यालय में इस तरह के कोर्स संचालित हो रहे हैं। इसे देखते हुए दुर्ग विश्वविद्यालय ने इस पर निर्णय लेने की तैयारी की है। बैठक में निर्णय होना है।
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