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World Cup Final: टीम इंडिया की नजरें पांचवीं बार ट्रॉफी जीतने पर, इंग्लैंड से आज महामुकाबला

अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में टीम इंडिया का सामना इंग्लैंड से होना है. चार खिताब जीत चुकी भारतीय टीम अंडर 19 वर्ल्ड कप इतिहास की सबसे कामयाब टीम है. इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार को फाइनल में यश धुल की अगुवाई में टीम इस दबदबे पर फिर से मुहर लगाने की कोशिश करेगी. नॉर्थ साउंड (एंटीगा) के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में भारतीय समयानुसार शाम 6:30 बजे से यह मुकाबला खेला जाएगा.

भारत की नजरें रिकॉर्ड पांचवें खिताब पर है और मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह मुश्किल भी नहीं लग रहा. दूसरी ओर इंग्लैंड का इरादा भी इतिहास रचने का है. ऐसे में दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद है. भारत ने 2000, 2008, 2012 और 2018 में खिताब पर कब्जा जमाया है. वहीं इंग्लैंड ने साल 1998 में एकमात्र खिताब जीता था.

कप्तान धुल पर होंगी निगाहें
कोरोना संक्रमण से जूझने के बावजूद भारतीय टीम को फाइनल तक पहुंचने में कोई खास दिक्कतें नहीं आई जो खिलाड़ियों की प्रतिभा और टीम में गहराई की मिसाल पेश करती है. कप्तान यश धुल और उपकप्तान शेख रशीद संक्रमण के कारण तीन में से दो मैच नहीं खेल सके थे. धुल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में शानदार शतक जड़ा. वहीं. रशीद ने भी 95 रनों की पारी खेली.

सलामी बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी और हरनूर सिंह सेमीफाइनल में चल नहीं सके और फाइनल में उन्हें अत्यधिक रक्षात्मक खेलने से बचना होगा. धुल और रशीद ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब शुरुआत के बाद जिस तरह से पारी को संभाला, उससे उनकी परिपक्वता नजर आई.

भारतीय गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
बल्लेबाजी में जहां व्यक्तिगत प्रदर्शन देखने को मिला, वहीं गेंदबाजों ने एक टीम के रूप में काफी प्रभावित किया है. राजवर्धन हेंगरगेकर और रवि कुमार ने टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों को परेशान किया. वहीं विकी ओस्तवाल ने स्पिन गेंदबाजी का मोर्चा बखूबी संभाला. विकी अबतक 10.75 की औसत से 12 विकेट ले चुके हैं.

अंडर-19 सितारों को सीनियर टीम के खिलाड़ियों से भी काफी कुछ सीखने को मिल रहा है. 2008 में अपनी कप्तानी में टीम को अंडर-19 खिताब जिताने वाले विराट कोहली ने भी टीम को फाइनल का दबाव झेलने का टिप्स दिया है. खिताब और भारत के बीच इंग्लैंड की टीम है जो आखिरी बाद 1998 में फाइनल में पहुंची थी, जब उसने अब तक का एकमात्र खिताब जीता था.

इंग्लैंड की नजरें दूसरी बार खिताब जीतने पर
अफगानिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में रोमांचक जीत के बाद अब इंग्लैंड की नजरें 24 साल से खिताब का इंतजार खत्म करने पर लगी है. टूर्नामेंट में भारत की तरह की अपराजेय रही टॉम प्रेस्ट की टीम के पास प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. प्रेस्ट अभी तक 73 की औसत से 292 रन बना चुके हैं. जबकि तेज गेंदबाज जोशुआ बॉयडेन ने 13 विकेट लिये हैं. भारतीय बल्लेबाजों को कलाई के स्पिनर रेहान अहमद को संभलकर खेलना होगा जो बीच के ओवरों में विकेट ले रहे हैं.

भारत: यश धुल (कप्तान), हरनूर सिंह, अंगकृष रघुवंशी, शेख रशीद, निशांत सिंधू, सिद्धार्थ यादव, अनीश्वर गौतम, मानव पारख, कौशल तांबे, राजवर्धन हेंगरगेकर, विकी ओस्तवाल, गर्व सांगवान, दिनेश बाना, आराध्य यादव, राज बावा, वासु वत्स, रवि कुमार.

इंग्लैंड: टॉम प्रेस्ट (कप्तान), जॉर्ज बेल, जोशुआ बॉयडेन, एलेक्स होर्टन, रेहान अहमद, जेम्स सेल्स, जॉर्ज थॉमस, थॉमस एस्पिनवाल, नाथन बर्नवेल, जैकब बेथेल, जेम्स कोलेस, विलियम लक्सटन, जेम्स रियू, फतेह सिंह, बेंजामिन क्लिफ.

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