राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा, नई दिल्ली) व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (सालसा, बिलासपुर) के निर्देशानुसार वर्ष के अंतिम नेशनल लोक अदालत का आयोजन 11 दिसम्बर को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) के पदेन अध्यक्ष जिला न्यायाधीश जयदीप विजय निमोणकर के निर्देशन में किया गया।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश जयदीप विजय निमोणकर ने मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के कुल 13 मामलें निपटाए जिसमे कुल 36,65,000 क्लेम राशि पीड़ित पक्षकार को प्रदान करने का अवार्ड पारित किया गया। ओंकार प्रसाद गुप्ता, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय बेमेतरा ने कुल 15 पारिवारिक प्रकरणों का निराकरण किया। इसी प्रकार प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश पंकज सिन्हा ने 17 मामले निपटाए, जिसमे कुल 89,45,000 क्लेम राशि पीड़ित पक्षकार को प्रदान करने का अवार्ड पारित किया गया।
संजय अग्रवाल अपर सत्र न्यायाधीश न्यायालय बेमेतर ने प्री-लिटिगेशन संबंधी 36 मामलों में कुल 13,72,954/- रूपयें राशि का अवार्ड पारित की।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जगदीश राम, के खंडपीठ ने न्यायालय में लंबित घरेलू हिंसा का प्रकरण विडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राजीनामा कर निपटाए। वी.सी. से पक्षकार को जोड़ने न्यायालय से पैरालीगल वालिंटियर इंदल साहू को पक्षकार श्रीमती अजू वर्मा एवं ईश्वर वर्मा के घर ग्राम किरकी भेजा गया था। जहां पैरालीगल वालिंटियर की सहायता से पक्षकार का मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने समझौता करवाया।
दोनो पति पत्नि राजी-खुशी एक साथ रहने के लिये सहमत हुये। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में कुल 129 मामलें निराकृत किये गये। द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1, श्रीमती तनुश्री गबेल ने कुल 138 मामलें निराकृत किये गये। तृतीय व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2, कामिनी वर्मा ने कुल 103 मामलें निराकृत किये। तालुका विधिक सेवा समिति साजा के अध्यक्ष/प्रथम न्यायिक मजिस्ट्रेट साजा श्रीमती अंकिता मुदलियार ने कुल 62 मामलें निराकृत किये। सर्वाधिक क्लेम प्रकरण पंकज सिन्हा के न्यायालय से निराकृत किये गये एवं सर्वाधिक दांडिक प्रकरण श्रीमती तनुश्री गबेल के न्यायालय में निराकृत किया गया। पूर्व के नेशनल लोक अदालत के भांति इस बार भी कलेक्टर विलास संदीपन भोस्कर के मार्गदर्शन में कुल 2930 राजस्व प्रकरण निराकृत किया गया।
इस संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1, श्रीमती जसविंदर कौर अजमानी मलिक द्वारा बताया गया कि पूरे देश की भांति बेमेतरा में भी नेशनल लोक अदालत का आयोजन में बेमेतरा व साजा सहित कुल 8 खण्डपीठों का गठन किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में न्यायालयों में लंबित आपराधिक व अन्य राजीनामा योग्य मामले निराकृत किये गये ।
इस नेशनल लोक अदालत में विद्युत विभाग बेमेतरा ने 144 मामले में बकाया बिल वसूली के प्रिलिटिगेशन के रूप में पेश किए, जिनमें 31 मामलों में 88,4,181/-रू वसूल किये गये। बैंक रिकवरी प्री-लिटिगेशन प्रकरण में विभिन्न बैंको के ऋण राशि के 14 मामलों में 54,4,348 /-रू वसूल किये गये। न्यायालयों ने लंबित चेक बाउंस के कुल 25 मामलों में से 04 मामलें निराकृत किये, जिनमें 1,50,000/- रूपये वसूल किया गया।
नेशनल लोक अदालत की खण्डपीठों में सुलहकर्ता सदस्यों के रुप में रविशंकर श्रीवास्तव, राजेश शर्मा, देवेंद्र साहू, दीपक तिवारी, योगेश राजपूत अमन दुबे, फहीम शरीफ, कु. दुर्गा साहू, सनत देवांगन, राजेश कुमार, श्रीमती माधवी राजपूत, मणिशंकर दिवाकर, पी. राजेश्वरी, हिमांशु साहू उपस्थित थे, जिन्होंने पक्षकारों को सुलह-समझौते हेतु समझाइश देकर राजी कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
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