राजधानी में पुलिस परिवार के सदस्यों के साथ मंगलवार की रात हुए दुर्व्यवहार से जवान आहत हैं। इसके विरोध में बुधवार को बीजापुर जिले के थानों में पदस्थ सहायक आरक्षकों ने हथियार जमा करवा दिए। अब वे राजधानी जाने की बात कह रहे हैं। सूत्रों के अनुसार 1000 से अधिक जवानों ने हथियार थाने में जमा करवाए हैं। दरअसल, सहायक आरक्षकों के परिजन 6 दिसंबर से वेतन वृद्धि, पेंशन, पदोन्नति सहित अन्य मांगों को लेकर रायपुर में धरने पर बैठे थे। सहायक आरक्षकों का कहना है कि अधिकारियों द्वारा परिवार की महिलाओं पर लाठीचार्ज कराया गया। इसका वीडियो वायरल होने के बाद जिलेभर के सहायक आरक्षक इस घटना से नाराज हैं।
सीएम ने एडीजी गुप्ता की अध्यक्षता में बनाई कमेटी
पुलिस परिवार की मांगों पर विचार करने के लिए सीएम भूपेश बघेल ने एडीजी की अध्यक्षता में कमेटी बनाने का ऐलान किया है। एडीजी प्रशासन हिमांशु गुप्ता को यह जिम्मेदारी दी गई है। वे पुलिस परिवार की मांगों पर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे, जिसके आधार पर सरकार आगे फैसला लेगी। दो दिन से राजधानी में डटे पुलिस परिवार के प्रतिनिधिमंडल के साथ सोमवार को डीजीपी अशोक जुनेजा ने भेंट की थी। इस दौरान पुलिस परिवार के सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर डीजीपी के सामने दबाव बनाने की कोशिश की।
सहायक आरक्षकों को समझाने का प्रयास किया जा रहा: एसपी
बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि हथियार जमा करने आए सहायक आरक्षकों को पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा समझाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही उनकी मांगों पर भी विचार किया जा रहा है।
Add Comment