विवाह पंचमी के दिन उत्तराखंड के चमोली जिले के वांण गाव में नाग दिवाली का पर्व मनाया जाता है. इस नाग देव (Naag Dev) की विधिपूर्वक पूजा करने की परंपरा है. नाग दिवाली पर्व हर वर्ष पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. आज मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी है. आज विवाह पंचमी (Vivah Panchami) और नाग दिवाली है. नाग दिवाली के अवसर पर नाग मंदिरों में पूजा करने, घर पर रंगोली बनाने और नागों को दीपक दान करने की परंपरा है. धार्मिक मान्यतओं के अनुसार, आज के अवसर पर नागों की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और कष्ट दूर होते हैं. आइए जानते हैं कि नाग दिवाली का पूजा मुहूर्त क्या है?
नाग दिवाली 2021 मुहूर्त
मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी तिथि आज रात 09:25 बजे तक है. आज रवि योग रात 10:40 बजे से अगले दिन प्रात: 07:02 बजे तक है. आज का विजय मुहूर्त दोपहर 01:57 बजे से दोपहर 02:38 बजे तक है. आज का राहुकाल दोपहर 12:13 बजे से दोपहर 01:31 बजे तक है. राहुकाल में पूजा करना वर्जित होता है.
कालसर्प दोष से मुक्ति
ज्योतिष के अनुसार, कुंडली में जब राहु और केतु 180 डिग्री में स्थित हों और सभी ग्रह इनके बीच में आ जाएं. तो कालसर्प दोष होता है. इसके निवारण के लिए नाग पंचमी पर विशेष उपाय किए जाते हैं. आज नाग दिवाली है, तो इस अवसर पर भी नागों की पूजा करने से कुंडली के कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है.
1. कालसर्प से मुक्ति के लिए भगवान शिव का रुद्राभिषेक कराया जाता है.
2. इससे बचने के लिए आप मोरपंख वाली श्रीकृष्ण भगवान की मूर्ति की पूजा करें.
3. कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए रोज शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.
4. राहु शांत कराने से भी कालसर्प दोष से राहत मिलती है.
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