बलरामपुर: कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जिले में कोविड-19 संक्रमण के जांच का दायरा बढ़ाया गया है और अब डोर-टू-डोर सघन सर्वे के माध्यम से लक्षण वाले मरीजों को चिन्हांकित कर उनकी जांच की जा रही है। जिला मुख्यालय के लिए जिला चिकित्सालय में ही कोरोना जांच केन्द्र बनाया गया है।
जिला चिकित्सालय में मरीजों के आवक तथा संक्रमण के प्रसार को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने तत्काल अतिरिक्त कोविड जांच केन्द्र बनाने के निर्देश दिये थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बलरामपुर के परिसर में नया कोविड जांच केन्द्र बनाया गया है, जहां मरीजों की जांच की जा रही है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, विकासखण्ड बलरामपुर के खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक श्री नेत्र प्रकाश सोर ने बताया कि जिला चिकित्सालय में विभिन्न बीमारियों के ईलाज के लिए आने वाले मरीजों व उनके परिजनों का कोरोना जांच अनिवार्य है, साथ ही अन्य लोगों के जांच की व्यवस्था भी की गई है।
बढ़ते संक्रमण के मामलों को दृष्टिगत एक अतिरिक्त कोविड जांच केन्द्र की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के निर्देशानुसार मरीजों की सुविधा को देखते शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बलरामपुर के प्रांगण में कोरोना जांच केन्द्र बनाया गया है, जहां लोग आकर लोग अपनी जांच करा सकते है। उक्त कोविड जांच केन्द्र में आज 44 एन्टिजन टेस्ट हुए जिसमें से 14 लोग पॉजिटिव पाये गये और 09 व्यक्तियों के ट्रू नॉट सैम्पल लिये गये हैं।
यह कोविड जांच केन्द्र जिला चिकित्सालय के अतिरिक्त विकल्प के तौर पर संचालित किया जा रहा है, लोग उक्त केन्द्र में 10.00 से 05.30 बजे तक आकर अपनी जांच करा सकते हैं। लैब टेक्नीशियन संगीता पैंकरा, करामत अली व एएनएम अपर्णा बेक उक्त जांच केन्द्र में अपनी सेवाएं दें रहे हैं।
जांच के साथ-साथ अपर्णा बेक संक्रमित मरीजों का कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर प्राथमिक रूप से सम्पर्क में आये लोगों की जानकारी एकत्रित करती है। उन्होंने आमजनों से प्रारंभिक लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराने तथा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।
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