भारत में कोरोना की रूसी वैक्सीन Sputnik V का 100 लोगों पर होगा ट्रायल

नई दिल्ली/हैदराबाद. भारत में अब कोरोना वायरस (Coronavirus In India) की एक और वैक्सीन का ट्रायल शुरू होने जा रहा है. इसी महीने डीसीजीआई ने रूस की स्पूतनिक-V (Sputnik V) वैक्सीन के ट्रायल की परमिशन दी थी. वैक्सीन के ट्रायल के लिए भारत में 100 वॉलंटियर्स को टीका लगाया जाएगा.
रूस ने हाल ही में कहा था कि तीसरे चरण में पहुंचने से पहले वैक्सीन के बाकी दो स्टेज्स का भी ट्रायल होगा. बताया गया कि थर्ड स्टेज के ट्रायल मेें 1400 लोग तक शामिल हो सकते हैं. कहा गया कि फार्मा कंपनी सेकेंड स्टेज की सिक्योरिटी और इम्युनोजेनेसिटी डेटा देगी. फिर इसके एनालिसिस के बाद ही थर्ड स्टेज का ट्रायल शुरु होगा.
इससे पहले डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज लिमिटेड को कोविड-19 के रूस में बने टीके स्पूतनिक वी का भारत में दूसरे व तीसरे चरण का मानव परीक्षण करने की मंजूरी मिल गयी थी. कंपनी ने बताया था कि उसे और रसियन डाइरेक्ट इवेस्टमेंट फंड (RDIF) को भारतीय औषधि महा नियंत्रक (डीजीसीआई) से यह मंजूरी प्राप्त हुई है. कंपनी ने कहा था कि यह एक नियंत्रित अध्ययन होगा, जिसे कई केंद्रों पर किया जायेगा.
डॉ.रेड्डीज़ और RDIF ने की थी साझेदारी
गौरतलब है कि सितंबर 2020 में डॉ.रेड्डीज़ और RDIF ने Sputnik V वैक्सीन के परीक्षण और भारत में इसके वितरण के लिये साझेदारी की थी. साझेदारी के तहत आरडीआईएफ भारत में विनियामक अनुमोदन पर डॉ.रेड्डीज को वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक की आपूर्ति करेगा.
कंपनी के सह चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक जीवी प्रसाद ने कहा, ‘यह एक महत्वपूर्ण खबर है, जो हमें भारत में नैदानिक परीक्षण शुरू करने की अनुमति देता है. हम महामारी से निपटने के लिये एक सुरक्षित और प्रभावी टीका लाने को प्रतिबद्ध हैं.’
इन तीन वैक्सीन्स का हो रहा है ट्रायल
आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) किरिल दमित्रिएव ने कहा था, ‘हम भारतीय नियामको के साथ सहयोग कर प्रसन्न हैं. हम भारत में होने वाले परीक्षण के साथ ही रूस में तीसरे चरण के परीक्षण के डेटा को साझा करेंगे. इससे स्पूतनिक वी के क्लिनिकल विकास में मदद मिलेगी.’
बता दें भारत में फिलहाल तीन वैक्सीन्स पर ट्रायल चल रहा है जिसमें ICMR और भारत बायोटेक, जाइडस कैडिला और ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग चरणों में है.