जगदलपुर। बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी. ने मोस्ट वांटेड नक्सलियों की सूची शनिवार को जारी किया है, इनकी सूचना देने वाले व्यक्तियों को इनकी गिरतारी या मुठभेड़ में मारे जाने पर घोषित ईनाम की राशि एक करोड़ से 25 लाख तक मिलेगा, साथ ही नक्सलियोंं के संबंध में जानकारी देने वाले व्यक्तियों का नाम-पता गोपनीय रखा जावेगा।
पुलिस द्वारा जारी सूचि में एक-एक करोड़ रुपए के इनामी नक्सली गगन्ना राव, गणपति उर्फ रमन्ना राव, कट्कम सुदर्शन और वेणुगोपाल उर्फ भूपति सहित 34 हार्डकोर नक्सली शामिल हैं। इनमें से 09 पर 40-40 लाख और 17 नक्सलियों पर 25-25 लाख रुपए का ईनाम घोषित है। अर्थात 34 में से 29 नक्सली एसे हैं जिन पर एक करोड़ से 25 लाख तक के ईनाम घोषित हैं।
बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी. ने कहा कि मोस्ट वांटेड नक्सलियों की सूची जारी करने का यही उद्देश्य है कि स्थानीय क्षेत्रवासियों को बाहरी नक्सलियों के बारे में यह जानकारी मिल सके कि बस्तर के बाहरी नक्सली आंध्रप्रदेश, आडि़सा और तेलंगाना के द्वारा स्थानिय ग्रामीणों को डरा-धमकाकर बरगला कर बस्तर में जो स्थिति निर्मित की गई है, उसे समझकर स्थानिय नक्सली कैडर समाज के मुय धारा में वापस लौटें।
उन्हाने कहा कि इनके द्वारा विगत पांच दशकों से बस्तर क्षेत्र की शांति व्यवस्था एवं विकास के विरोध में नक्सली संगठन के द्वारा अनेक हिंसात्मक घटनाओं को अंजाम दिया गया। छत्तीसगढ़ राज्य गठन के पश्चात अब तक नक्सली हिंसा में 1800 से अधिक स्थानिय लोगों की जनहानि हुई एवं करोड़ों की शासकीय एवं निजी सपत्ति का नुकसान इनके द्वारा किया गया है।
आईजी सुंदरराज पी. ने कहा कि पुलिस द्वारा यह भी आश्वस्त किया गया है कि नक्सलियोंं के संबंध में जानकारी देने वाले व्यक्तियों का नाम-पता गोपनीय रखा जावेगा एवं नक्सलियोंं के ऊपर घोषित ईनाम राशि सूचना देने वाले व्यक्तियों को वितरित की जावेगी। उन्होने पुन: स्थानीय नक्सली कैडर को हिंसा छोड़कर शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत मुयधारा में शामिल होने हेतु अपील की गई है।
गौरतलब है कि चार दिन पहले केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने एक एडवाईजरी आईबी को जारी करते हुए बताया था कि नक्सली बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। पुलिस के अलर्ट होने के बाद संभवत: बड़े नक्सलियों द्वारा वारदात के मंसूबे पर पानी फिर गया है।
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