महाराष्ट्र सरकार ने 23 मार्च, दिन रविवार के सुबह 6 बजे से लेकर 31 मार्च तक आम लोगो के लिए मुंबई (Mumbai) की लोकल ट्रेन सेवा (Local Train Service) को बंद कर दिया है. हालांकि मुंबई लोकल की यात्रा सभी लोगों के लिए नहीं बंद की गई है क्योंकि कई सरकारी कर्मचारी (Government Employee) और स्वास्थ्य कर्मी भी इसकी सहायता से अपने काम के स्थानों तक जा पाते हैं. ऐसे में केवल जरूरी सेवाओ से जुड़े लोगों को ही अब अगले 8 दिनों के लिए मुंबई की लोकल रेल में यात्रा करने दी जाएगी.
जिन लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह में अनिवार्य रूप से क्वारेंटीन में रहने को कहा गया है, वे भी ट्रेनों में यात्रा करते देखे गए हैं. रेलवे ने 12 कोरोना वायरस संक्रमित यात्री को ट्रेन में सफर करते हुए पकड़ा है. इनमें से 8 यात्रियों ने एपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से 13 मार्च को दिल्ली से रामाकुंडम की यात्रा की थी. दुबई से लौटे 4 लोगों ने 16 मार्च को गोदान एक्सप्रेस से मुंबई से जबलपुर की यात्रा की थी. रेलवे ने लोगों ने अपील की है कि बहुत ही ज्यादा जरूरी न हो तो पैसेंजर या लंबी दूरी की ट्रेनों से यात्रा करने से बचें.
कोरोना वायरस को लेकर सरकार द्वारा एडवाइजरी जारी करने के बाद अब इंडियन रेलवे (Indian Railway) ने भी अपने ग्राहकों को बड़ी राहत दी है. रेलवे स्टेशन और रिजर्वेशन काउंटर पर भीड़ कम करेन के लिए रेलवे ने टिकट रिफंड सिस्टम में कई बदलाव किए हैं. e-Ticket कैंसिलेशन और रिफंड के किसी भी नियम में बदलाव नहीं किया गया है. टिकट रिफंड रूल्स में यह नियम 21 मार्च से लेकर 15 अप्रैल 2020 के लिए लागू होगा. अगर कोई पैसेंजर टेलिफोन नंबर 139 की मदद से अपना टिकट कैंसिल करता है तो वह यात्रा के दिन से 30 दिनों के अंदर टिकट काउंटर से रिफंड प्राप्त कर सकता है. भारतीय रेलवे ने अपने यात्रियों से अपील की है कि कोरोना वायरस आपदा को देखते हुए अत्यंत आवश्यक न होने पर रेलवे स्टेशन पर आने से बचें.
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