रायपुर। रायपुर जिले के तुलसी बाराडेरा में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेला का समापन 25 फरवरी को अपरान्ह 3 बजे गरिमामय समारोह में होगा। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके समारोह की मुख्य अतिथि होंगी। समारोह की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत करेंगे।
समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंडिय़ा, ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार, राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, लोकसभा सांसद सुनील कुमार सोनी, विधायक सत्यनारायण शर्मा, बृजमोहन अग्रवाल, कुलदीप जुनेजा, विकास उपाध्याय, श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा, रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर एवं जिला पंचायत रायपुर की अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा उपस्थित रहेंगी।
किसानों ने मक्का छीलने का मशीन कराया बुक
कोंडागांव के बिहारी लाल नाइक, संवल राम और योगेश्वर यादव सहित कई किसान रायपुर में राष्ट्रीय कृषि मेला घूमने आए थे लेकिन यहाँ आधुनिक कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी ने उनकी एक बड़ी मुश्किल दूर कर दी।
दरअसल ये सभी अपने जिला में वर्षों से मक्के की खेती करते हैं। बड़ी मात्रा में मक्का की फसल लेने के बाद उसके दाने निकालने के लिए इन किसानों को अपना बहुत ज्यादा समय देना तो पड़ता ही है, साथ में परिश्रम भी ज्यादा करना पड़ता है।
मेले में कॉर्न सिलर (मक्का छिलने ) की मशीन की प्रदर्शनी और उसका डेमो देखकर किसानों को यह मशीन पसन्द आ गई। कम कीमत में अपनी एक बड़ी समस्या से छुटकारा के लिए इन किसानों ने कॉर्न सिलर की बुकिंग भी कराई है।
हर्बल गुलाल में रंगा कृषि मेला
राष्ट्रीय कृषि मेले में लाल, हरा, नारंगी रंगों में रंगा हर्बल गुलाल लोगों को खूब भा रहा है। इस हर्बल गुलाल को तैयार किया है। छत्तीसगढ़ के तिल्दा की भूमि स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने समूह की सदस्य श्रीमती मीरा कन्नौजे ने बताया कि होली के त्यौहार को ध्यान में रखते हुए उन्होंने हर्बल गुलाल बनाने की शुरूआत की है।
हर्बल गुलाल में हरे रंग के लिए पालक, गेंदा पौधे की पत्तीयां, पीले रंग के लिए गेंदा फूल, हल्दी और बेसन और नारंगी रंग के लिए लाल भाजी और चुकंदर का उपयोग किया गया है। उन्होंने बताया कि ये रंग केमिकल फ्री होने के कारण त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाते।
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