छत्तीसगढ़सियासत

UP से लौटे मुख्यमंत्री भूपेश… पुरानी पेंशन बहाली के संकेत दिए… प्रधानमंत्री से कहा – बजरंगियों को संभाल लीजिए नहीं तो छुट्‌टा जानवरों से परेशान होगा देश…

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने पांच दिनी उत्तर प्रदेश दौरे से लौट आए हैं। विधानसभा चुनाव में प्रचार कर लौटे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल करने के संकेत दिए। वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा, वे बजरंगियों को संभाल लें नहीं तो छुट्टा जानवरों से पूरा देश परेशान होगा।

रायपुर हवाई अड्‌डे पर प्रेस से चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, आवारा पशुओं की समस्या पर उत्तर प्रदेश में काफी चर्चा है। हम लाेगाें ने छत्तीसगढ़ में इसकी व्यवस्था की है। लोकसभा की टीम अध्ययन करके गई है। गुजरात की टीम अध्ययन करके गई है। दोनों ने कहा, योजना बहुत अच्छी है इसे देश भर में लागू किया जाना चाहिए। अब जाकर प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया है कि यह एक समस्या है जिसका निदान होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, इस समस्या की जड़ भारतीय जनता पार्टी, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद वाले ही हैं। पांच साल पहले उत्तर प्रदेश में भी आवारा पशुओं से कोई खास परेशानी नहीं थी। आप ने मवेशी बाजार बंद कर दिया। मवेशी ले जाने वालों को केवल कत्लखाना ले जाने वाला ही समझे। यह समझकर उनकी पिटाई भी की, FIR कराई। हत्या तक हुई और उनसे पैसा भी वसूला। लोगों ने मवेशी का व्यापार बंद कर दिया। बाजार बंद हो गए तो मवेशी जाएगा कहां।

मुख्यमंत्री ने कहा, मैं मोदी जी से कहूंगा कि वे बजरंगियों को संभालें। आज लोग खेत को संभालने के लिए परेशान हो रहे हैंं। कल के रोज लोग अपने गांव और मोहल्ले को संभालने के लिए रात-रात भर जागेंगे। ये बहुत खतरनाक स्थिति है। वे (बजरंग दल) तब नहीं समझ रहे थे जब मवेशी विक्रेताओं को पीट रहे थे। तब लोगों की समस्या समझ में नहीं आ रही थी। जब मवेशियों को बाजार बंद हो गया तो लोगों को समझ में आया कि समस्या कितना विकराल हो गई है। आज स्थिति यह है कि पूरे उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले, किसी भी गांव में चले जाइए लोग छुट्‌टा जानवरों से परेशान हैं। फसल बचाने के लिए कड़कड़ाती ठंड में रात-रात भर दिन-दिन भर जागकर फसल बचा रहे हैं। यह राष्ट्रव्यापी समस्या है। दूसरे राज्यों में छुट्‌टा जानवरों में 3% की कमी आई। उत्तर प्रदेश में यह 17% वृद्धि दर्ज की गई है। यह लगातार बढ़ने वाला है। समस्या और विकराल होगी। इसके जनक कोई हैं तो यही लोग हैं। हम तो समाधान निकाल रहे हैं।

गोधन न्याय की आलोचना पर भी किया तंज
मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना की छत्तीसगढ़ में आलोचना करने वाले भाजपा नेताओं पर भी तंज किया। उन्होंने कहा, तब ये लोग गोबर को राजकीय चिन्ह बनाने का सुझाव दे रहे थे आज उसके नेता और हमारे प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि 10 मार्च के बाद निर्णय लेंगे। विचार मैंने कर लिया है। विचार क्या करोगे, छत्तीसगढ़ मॉडल को कॉपी कराेगे। यहां गोबर खरीद भी रहे हैं और उससे सामग्री भी बना रहे हैं। हमने रास्ता दिखा दिया है। प्रधानमंत्री से यह भी कहूंगा कि धान भी 2500 रुपया में खरीद लें देश के किसानों का भला हाे जाएगा।

वित्तीय स्थिति की समीक्षा के बाद पुरानी पेंशन पर फैसला
पुरानी पेंशन बहाली से जुड़े एक सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, देने का काम हम लगातार कर रहे हैं। कोरोना काल में भी हमने कर्मचारियों का वेतन नहीं रोका। छह राज्यों में तो 30% वेतन कटौती हुई थी। राजस्थान ने पुरानी पेंशन बहाल किया है तो अब चर्चा शुरू हुई है। उत्तर प्रदेश में मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य की वित्तीय स्थिति समीक्षा के बाद जो संभव हो पाएगा करेंगे। वित्तीय स्थिति जैसी होगी उस आधार पर निर्णय लिया जाएगा।

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