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“सरकार की ज्यादत्ती के बावजूद, पुलिसकर्मियों का आंदोलन सफल, रबर स्टैंप गृहमंत्री इस्तीफा दें”- CONGRESS

रायपुर। राजधानी रायपुर में पुलिसकर्मियों के बुजुर्ग माता पिता पत्नी एवं बहनों परिजनों ने 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन में भाग लेने लाखेनगर ईदगाह भाठा मैदान तय तारीख अनुसार बड़ी संख्या में पहुच सरकार के दमन की विफल कर दिया।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने जारी बयान में कहा है कि रमन सरकार लोकतंत्र के अधिकारों का हनन कर दमनकारी नीति अपनाते हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों को पहले से गिरफ्तार और बर्खास्त कर भय का वातावरण निर्मित करने में लगी रही, निवास स्थानों पर पहरा लगा दिया गया राजधानी आने वाली गाड़ियों को शहर के बाहर ही चारों ओर रोक दिया गया बावजूद इसके हजारों की संख्या में पुलिस परिजनों ने आंदोलन में शामिल होकर सरकार की हिटलरशाही मानसिकता को विफल करने में सफलता हासिल की है।



वहीं दूसरी ओर प्रदेश के रबर स्टैम्प गृहमंत्री रामसेवक पैकरा आंदोलनरत परिजनों को मुट्ठी भर परिवार का आंदोलन बताकर अपनी झूठी वाहवाही लूटने का प्रयास कर रहे हैं, सच्चाई तो यह है कि पिछले 15 वर्षो से उनके ही विभाग की निरंकुशता, अश्वेदनशीलता का परिमाण पुलिसकर्मी भुगत रहे है। घर में ही आग धधकते रही और वह बेखबर रहे, एक जनप्रतिनिधि होने के नाते अपने विभागीय कर्मियी की मांगों को पूरा करने की अगुवाई करने के बजाए उल्टे बयानबाजी कर जिम्मेदारियों से बचने का प्रयास कर रहे हैं, गैरजिम्मेदार गृहमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। आंदोलन के चलते बिलासपुर के बर्खास्त आरक्षक राकेश यादव को राष्ट्रद्रोह, राजद्रोह जैसा मामला बनाकर जेल में डाला गया है, जेल में भी वे 11 सूत्रीय मांगों को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं, भूख हड़ताल किए हुए हैं, ऐसे में साथी कर्मियों द्वारा आत्महत्या, तलाक, जैसी बाते आंदोलन को कमजोर कर सकती है इससे बचने की आवश्यकता है।

राज्य ने रमन सिंह भाजपा का आंतक देख लिया, अब जनता ये आंतकित करने वालों को यहां से खदेड़ेगी, पुलिस परिजन चिंता न करें, कांग्रेस की सरकार बनने पर उनकी मांगो को पूरा किया जायेगा। रमन सरकार से सभी वर्ग हताश, परेशान हो गये है।

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