नई दिल्ली। गर्मी से झुलस रहे उत्तर भारत में मॉनसून के सक्रिय होने में अब कुछ दिनों का ही समय बचा है। फिलहाल यूपी समेत उत्तर भारत के कई राज्य शुष्क मौसम का सामना कर रहे हैं।
हालांकि पश्चिमी विक्षोभ के चलते यूपी के पश्चिमी हिस्सों में हल्की धूल भरी आंधी और गरज के साथ बौछारें पड़ने से कुछ राहत मिली है लेकिन पूर्वी इलाको में अभी भी आसमान से फुहारें बरसने का इंतजार हो रहा है।
इस बीच मौसम की भविष्यवाणी करने वाली एजेंसी स्काईमेट वेदर ने उत्तर प्रदेश समेत तीन राज्यों में अगले 12 से 24 घंटों के भीतर मौसम बिगड़ने का अलर्ट जारी किया है। इन तीनों राज्यों में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है।
यूपी, बिहार और छत्तीसगढ़ में अलर्ट
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश और बिहार में अगले 12 से 18 घंटों के दौरान कई जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ हल्की से मध्यम बौछारें पड़ सकती हैं।
यूपी और बिहार के अलावा छत्तीसगढ़ के मौसम को लेकर भी अलर्ट जारी हुआ है। छत्तीसगढ़ में अगले 24 घंटों के दौरान कई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के साथ मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर और राजस्थान के कुछ इलाकों में शुक्रवार शाम को भी मौसम बिगड़ा था। मौसम विभाग की तरफ से कहा गया है कि उत्तर भारत में जुलाई के पहले सप्ताह तक मॉनसून पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा।
मंद गति से आगे बढ़ रहा है मॉनसून
इस साल मॉनसून दक्षिण भारत में लेट पहुंचने के बाद बाकी हिस्सों में भी काफी लेट चल रहा है। गर्मी के साथ-साथ भूजल स्तर गिरने से पानी का संकट झेल रहे कई राज्य मॉनसून के इंतजार में बैठे हैं।
आमतौर पर मॉनसून इन दिनों देश के दो-तिहाई हिस्से में सक्रिय जाता है लेकिन इस बार मानसून अभी तक केवल 15 से 20 फीसदी हिस्सों में ही प्रभावी हो पाया है। अरब सागर में उठने वाले चक्रवात ‘वायु’ ने मॉनसून की गति का काफी हद तक प्रभावित किया है।
‘वायु’ के कारण मॉनसूनी बादल बेहद धीमी गति से आगे बढ़ रहे हैं। पिछले 12 सालों में ऐसा पहली बार है जब मॉनसून इतनी मंद गति से आगे बढ़ रहा है। मॉनसून की इस धीमी चाल ने आम लोगों के साथ-साथ सरकार की चिंता को भी बढ़ा दिया है।
सिक्किम में भारी बारिश से आफत
वहीं, उत्तर पूर्वी राज्यों में एक हफ्ते की देरी से पहुंचे मॉनसून ने अब तबाही मचानी शुरू कर दी है। सिक्किम में हो रही भारी मॉनसूनी बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है। बारिश के कारण पर्यटकों को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
गुरुवार को भारी बारिश और बादल फटने के कारण उत्तरी सिक्किम में जगह-जगह फंसे 427 पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बाद सड़कें क्षतिग्रस्त होने के कारण ये पयर्टक पिछले चार दिनों से फंसे हुए थे।
मॉनसून ने लगाई बारिश की झड़ी
आपको बता दें कि बीते सोमवार को सिक्किम में मॉनसून के दस्तक देने के बाद से ही लगातार भारी बारिश हो रही है। सोमवार को लाछेन और उत्तरी सिक्किम के जेमा-3 इलाके में बादल फटने से पर्यटकों की 60 गाड़ियां फंस गई थी, जिन्हें भारी मशक्कत के बाद निकाला गया।
बीते रविवार-सोमवार को मॉनसून उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम से होते हुए पूर्वोत्तर राज्यों यानी असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तक पहुंच गया। इसके बाद से ही यहां लगातार बारिश हो रही है।
हालांकि मॉनसून से पहले पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्यों में बारिश की कमी देखने को मिल रही थी, लेकिन अब मॉनसून ने यहां बारिश की झड़ी लगा दी है। मौसम विभाग ने यहां आसमानी बिजली और ओले गिरने की भी आशंका जताई है।
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