वैवाहिक जीवन के पलों को यादगार बनाने के लिए लोग हर संभव प्रयास करते हैं। बात जब हनीमून की हो तो शादी से पहले ही दूल्हा-दुल्हन अपनी तैयारी करना शुरू कर देते हैं। कहां जाना है, कैसे जाना है, कहां ठहरना है जैसी तमाम बातों को लेकर दोनों प्लान करते हैं।
लेकिन कोई भी ऐसा नहीं करना चाहेगा कि उसकी तैयारियां और उसका काम उसे जेल पहुंचा दे। यूपी के कानपुर देहात में एक लड़के ने कुछ ऐसा ही किया कि उसे जेल जाना पड़ा। लड़के ने ऐसा घिनौना कदम उठाया कि जिसने भी इस घटना के बारे में सुना उसके पैरों तले जमीन ही खिसक गई।
कानपुर देहात में पनकी गंगागंज निवासी अभिषेक मिश्रा उर्फ प्रांशु बरौर थाना के डुडियामऊ गांव का रहने वाला था। उसकी शिवली क्षेत्र के एक गांव में शादी तय हुई थी। 19 मई को न्यू शिवली रोड कल्यानपुर के एक गेस्ट हाउस में तिलक समारोह हुआ था। जिसमें दोनों पक्षों के लोग शामिल हुए थे। 28 मई को प्रांशु की बरात जानी थी।
पुलिस के मुताबिक शादी तय होने के बाद युवक ने अपनी मंगेतर से कुल्लू मनाली में हनीमून मनाने का वादा किया था, जिसे पूरा करने के लिए उसने बच्चे का अपहरण कर डाला। उसके फूफा समयपुर बादली दिल्ली निवासी राजू तिवारी के संतान नहीं थी उन्होंने इससे गांव के किसी गरीब का बच्चा दिलाने की बात काफी पहले कही थी।
शादी की तारीख नजदीक आ रही थी और प्रांशु रुपये का कोई जुगाड़ नहीं कर पा रहा था। उसने फूफा से डेढ़ लाख रुपये में एक बच्चा दिलाने का सौदा किया। 12 मई को उसने गांव से राजू सविता के बच्चे विवेक का अपहरण कर निजी बोलेरो से लेकर दिल्ली पहुंच गया।
वहां फूफा से उसने 50 हजार रुपये लिए जबकि, वह 35 हजार रुपये पहले ले चुका था। बच्चे के अपहरण जैसे गंभीर मामले में फंसने के बाद लड़की पक्ष ने शादी तोड़ने का फैसला कर लिया और उन्होंने 10 दिन में दूसरा लड़का ढूंढकर 28 मई को ही अपनी बेटी की शादी दूसरी जगह कर दी। बरौर थाना के डुडियामऊ से अपहृत बच्चे की बरामदगी के मामले में बुधवार को एसपी ने प्रेस कांफ्रेेंस कर खुलासा किया।
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