रायपुर। डीकेएस अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉक्टर पुनीत गुप्ता की मुश्किलें कम होते दिख नहीं रही है। डॉ. गुप्ता के खिलाफ जहां पहले से ही गोलबाजार थाने में डीकेएस अस्पताल के अध्यक्ष द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई है, वहीं नर्सिंग संगठन ने थाने में सोमवार को एक और शिकायत की है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार देने के डीकेएस अस्पताल द्वारा भाजपा शासन के कार्यकाल के दौरान विज्ञापन जारी किया था।
इसमें प्रदेश के हजारों युवाओं को श्रेणी अनुसार 300 से लेकर 350 रुपए तक डीकेएस के नाम पर बैंक ड्राफ्ट एवं योग्यतानुसार रोजगार देने के नाम पर करोड़ों रुपए तक वसूले गए थे। लेकिन पीडि़त बेरोजगारों को भर्ती नहीं की गई थी। नर्सिंग संगठन ने इस मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य नर्सिंग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अजय त्रिपाठी ने डॉ. पुनीत गुप्ता पर लगाए आरोपों की जानकारी में बताया कि 29 नवंबर 2018 के विज्ञापन भर्ती सूचना में जमा किए गए फार्म एवं सम्मलित को बिना सूचित किए 16 अगस्त 2018 में गुप्त रूप से भर्ती लिया गया।
वहीं 2017 में जमा किए गए युवाओं को कोई सूचना नहीं दी गई। 16 अगस्त में विधानसभा चुनाव को देखते हुए बिना ज्वाइनिंग फर्जी तरीके से भर्ती कर ली गई। इसमें विज्ञापन के अनुसार वेतन 18665 रुपए बताकर 10800 रुपए दिया गया वो भी समय पर नहीं दिया गया।
बिना नर्सिंग काउंसिल रजिस्टर नर्सिंग स्टाफ को लिया गया। इस तरह डीकेएस अस्पताल में भर्ती के नाम पर हजारों बेरोजगारों से लाखों रूपये लिए गए। नर्सिंग संगठन ने इस पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
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