कोरबा। जिले के 11 गांव के हाईस्कूल परिसर में शिक्षकों के लिए आवास का निर्माण किया जाएगा। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की ओर से आगामी शैक्षणिक सत्र में मिडिल से हाईस्कूल में उन्नयन भवन के बजाय शिक्षक आवास को प्राथमिकता दी जा रही है।
शिक्षा विभाग की ओर स्थलों का चिन्हांकन किया जा चुका है। प्रत्येक परिसर में 10-10 आवास का निर्माण किया जाएगा। आवास निर्माण का उद्देश्य शिक्षकों को स्कूल परिसर में रहने की सुविधा देकर शिक्षा के स्तर को सुदृढ़ करना है।
आचार संहिता समापन के बाद प्रक्रिया शुरू की जाएगी। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की ओर से अब जिले में 86 मिडिल स्कूलों का उन्नयन कर हाईस्कूल में तब्दील किया जा चुका है।
शिक्षा अभियान की ओर शिक्षा की बेहतरी के लिए अब तक स्कूल भवन के अलावा अतिरिक्त भवन, लैब निर्माण आदि को स्वीकृति दी गई है।
हाईस्कूल उन्नयन के बाद स्कूलों में शिक्षकों की कमी अब भी बरकरार है। उससे भी विकट स्थिति शिक्षकों के स्कूल में पर्याप्त समय तक नहीं रूकने को लेकर है। दूरस्थ ग्रामीण अंचल में पदस्थ शिक्षक प्रतिदिन में अपने रहवासी स्थल से आवागमन करते हैं।
स्कूल पहुंचने के बाद शिक्षकों को अध्यापन कराने से अधिक घर वापसी की चिंता लगी रहती है। स्कूल में पर्याप्त समय तक ठहरने के बजाय कई शिक्षक समय से पहले ही घर लौट जाते हैं।
आवास की सुविधा नहीं होने की वजह से गांवों में शिक्षकों को ठहरने में असुविधा होती है। शिक्षकों को आवासीय सुविधा दिए जाने से समस्या का निराकरण होने के आसार नजर आ रहे हैं।
बहरहाल प्रत्येक गांव में 10-10 आवास की निर्माण की प्लानिंग की जा रही है। सुविधायुक्त आवास का निर्माण स्कूल परिसर अथवा गांव के ही शासकीय भूमि में किया जाएगा।
आवास निर्माण के लिए राशि आरएमएसए की ओर से जारी किया जाएगा। आवासीय सुविधा के लिए दूरस्थ अंचल के हाईस्कूल का चयन किया गया है। आचार संहिता समापन के बाद प्रक्रिया में प्रगति आएगी।
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