आरएसएस से जुड़ा किसान संघ ने की मांग
बजट पेश करने से पहले आरएसएस से जुड़े भारतीय किसान संघ ने सब्जियों का अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) तय करने की मांग की है। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय सचिव मोहिनी मोहन मिश्रा ने किसानों को पहुंचने वाले फायदे को लेकर सवाल उठाए। श्री मिश्रा ने कहा कि सरकार को सब्जियों और खेतों में उगाई जाने वाली दूसरी वस्तुओं की कीमत पर नियंत्रण की जरूरत है। एक किसान 5 रुपये/किलो टमाटर बेचता है, लेकिन यही टमाटर मंडियों में 30 रुपये में बेचा जाता है। खरीदार तक पहुंचते-पहुंचते यह 50 रुपये/किलो हो जाता है। अगर आलू, प्याज और टमाटर की कीमत बढ़ाई जाती है तो सरकार गिर जाएगी, इसलिए वे महंगाई कम करने की आड़ में किसानों को अच्छे मूल्य का विरोध करते हैं। फिलहाल पंजाब और हरियाणा में ही सब्जियों जैसी खराब होने वाली वस्तुओं के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय किए गए हैं मोहन मिश्रा के अनुसार सरकार को सभी प्रमुख फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करना चाहिए।
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