
रायपुर। सैकड़ों कारोबारियों से करोड़ों रूपए ठग कर फरार दवा कारोबारी नवजीत सिंह टुटेजा जिला दंडाधिकारी के सामने आखिरकार हाजिर नहीं हुआ। उसकी ओर से वकील ने बात रखी हैं। दंडाधिकारी ओपी चौधरी ने अगली सुनवाई करने के लिए 29 जनवरी तक का समय दिया हैं।
बताया गया है कि दवा कारोबारी नवजीत सिंह टुटेजा ने कुछ साल पहले यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय से डेढ़ करोड़ रूपए का लोन लिया था। इसके एवज में उसने राजातालाब स्थित अपने स्वामित्व के मकान के दस्तावेजों को बैंक से बंधक रखा था। शुरूआत में नवजीत ने लोन की किस्त का नियमित रूप से भुगतान किया, लेकिन बाद में लोन की किस्त जमा नहीं करने पर यूनियन बैंक के शाखा प्रबंधक ने धारा 13 के तहत नोटिस जारी कर मय ब्याज लोन की राशि 1 करोड़ 54 लाख की स्थिति में बंधक रखी गई संपत्ति बैंक अपने हक में प्राप्त कर लेगा। बैंक की ओर से अधिवक्ता राधारानी गुप्ता ने जिला दंडाधिकारी ओपीचौधरी के समक्ष मय दस्तावेज आवेदन पत्र पेश कर बंधकर रखी संपत्ति का कब्जा दिलाए जाने का आग्रह किया था। इसके आधार पर चौधरी ने पिछले दिनों नोटिस जारी कर मेसर्स टुटेजा मेडिकल एजेंसीज के संचालक नवजीत सिंह टुटेजा को 8 जनवरी की शाम न्यायालय में उपस्थित होने का आदेश जारी किया था।