जानिए…दुनिया की इस सबसे बड़ी भगवद् गीता के बारे में…वजन इतना कि 4 लोग मिलकर ही पलट सकते हैं कवर पेज को…

दुनिया की सबसे बड़ी वजनी भगवद् गीता इटली के मिलान शहर में बनाई गई है। अभी तक तो यह गीता इटली में ही आकर्षण का केंद्र रही है और अब यह भारत में भी अपनी चमक बिखेरेगी।
इसका वजन सुनकर आप दंग रह जाएंगे… तो चलिए हम आपको बता देते हैं…इसका वजन लगभग 800 किलो है। संस्कृत भाषा में तैयार इस किताब में कुल 670 पेज हैं। इसे बनाने में करीब 2.5 साल का लंबा वक्त लगा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह महाग्रंथ सिंथेटिक के मजबूत कागज से तैयार की गई है। बताया जा रहा है कि इसपर कई प्रकार की धातु लगाई गई है, जिसमें प्लेटिनम, सोना और चांदी मुख्य हैं। इसके अलावा इसके कवर को स्वर्णिम धातु से तैयार किया गया है।
हैरानी की बात तो ये है कि यह इतना भारी है कि इसके एक पन्ने को ही पलटने के लिए 4 लोगों की जरूरत होती है। इस्कॉन मंदिर (अहमदाबाद) के प्रमुख जशोमतिनंदन दास ने बताया कि इस भगवद् गीता को बनाने में करीब 1.5 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, दुनिया की सबसे वजनी इस भगवद् गीता को इटली के मिलान शहर से समुद्र के रास्ते भारत लाया जा रहा है। गीता जयंती के मौके पर दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में इसका विमोचन होगा।
फिलहाल इस महाग्रंथ को दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में ही रखा जाएगा, लेकिन बताया जा रहा है कि 2020 के बाद इसे कुरुक्षेत्र में बन रहे श्रीकृष्ण-अर्जुन मंदिर में स्थापित किया जा सकता है।
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