रायपुर। अगहन माह के पहले गुरूवार को आज महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना की गई। घरों के दरवाजे रंगोली तथा चावल के चौक से सजाए गए। लक्ष्मी मां की चरण चिन्ह बनाकर अक्षत-रोली छिड़ककर दीप जलाकर महिलाओं ने सुबह व्रत प्रारंभ कर मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की।
बुधवार शाम से महिलाओं ने लक्ष्मी पूजा की तैयारी पूरी कर ली थीं। महिलाओं ने घर के आंगन में रंगोली तथा पूजा कक्ष व द्वार में चावल आटे के घोल से चौक डाला। आज सुबह व्रती महिलाओं ने हल्दी व आंवला का उबटन लगाकर स्नान कर मां लक्ष्मी व भगवान विष्णु की स्थापना कर पूजा-अर्चना की तैयारी की।
शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी तथा विष्णु की स्थापना कर धूप-दीप एवं आंवला पत्ती से पूजा कर व्रत कथा का श्रवण किया और आरती के बाद प्रसाद वितरण किया। हिन्दू धर्मावलंबी इस त्यौहार को प्रतिवर्ष श्रद्घापूर्वक मनाते हैं।
मान्यता के अनुसार इस दिन पीले रंग का विशेष महत्व है। इसलिए पूजा में पीले चीजों का उपयोग करने के साथ ही प्रसाद मेें भी पीले रंग के रूप में चनादाल का उपयोग किया जाता है।
20 दिसंबर तक होगी पूजा
इस साल अगहन गुरूवार का व्रत 20 दिसंबर तक मनाया जाएगा। पहला गुरूवार आज, दूसरा 6, तीसरा 13 और अंतिम चौथा 20 दिसंबर को मनाया जाएगा। आज के दिन घरों में झाड़ू नहीं लगाया जाता।
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