छत्तीसगढ़: राजधानी में पिछले 4 दिनों से रात का तापमान 16 डिग्री जबकि दुर्ग में 12.4 डिग्री पहुंच गया

प्रदेश में ठंड की शुरुआत के साथ ही 10 साल का रिकार्ड टूट गया है। नवंबर के महीने में पिछले 10 साल में कभी पारा 12 डिग्री तक नहीं पहुंचा। इस साल पिछले चार दिन से दुर्ग जिले में पारा 12.4 डिग्री के आसपास चल रहा है। रायपुर में भी खासी ठंड पड़ रही है। यहां तीन दिनों से तापमान 16.4 से 16.7 डिग्री के बीच है। एकाएक ठंड आने से बच्चों व बुजुर्गों को खास सावधानी बरतनी होगी।
तापमान 12 डिग्री या इससे कम होने पर हार्ट अटैक से लेकर ब्रेन स्ट्रोक की आशंका बढ़ जाती है, जबकि बच्चों को हाइपोथर्मिया का खतरा रहता है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राजधानी में पिछले सप्ताहभर में पारा 4.6 डिग्री तक गिरा है। उत्तर से ठंडी हवा आने के कारण पूरा प्रदेश सर्द हो गया है। राजधानी 3 व 4 नवंबर को पारा 21 डिग्री तापमान था। उसके बाद एकाएक गिरावट आई और पिछले तीन दिनों से अधिकतम तापमान 16 डिग्री तक पहुंच गया। पहाड़ों की अपेक्षा मैदानी इलाकों में ज्यादा ठंड है। दुर्ग में पिछले 4 दिनों से तापमान 12.4 डिग्री चल रहा है।
हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा
नेहरू मेडिकल कॉलेज में न्यूरो सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. राजीव साहू व कार्डियक सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. कृष्णकांत साहू के अनुसार नसें सिकुड़ने के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ब्लड को पंप करने के लिए हार्ट को ज्यादा ताकत लगानी पड़ती है। वहीं जिनकी ब्रेन की नसें पहले से सिकुड़ी होती हैं, उन्हें ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। बुजुर्गों की नसें सख्त हो चुकी होती हैं इसलिए उन्हें खतरा ज्यादा रहता है।