छत्तीसगढ़स्लाइडर

PM ने की राजनांदगांव के महिला समूह से बात, कहां सबको ह्दय से बधाई, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा, स्मार्ट फोन मिलने से काम में आई सरलता…अब नहीं लिखना पड़ता 11 रजिस्ट्रर में

राजनांदगांव/रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को राजनांदगांव की आशा और आंगनबाड़ी कार्यकताओं से बात की। महिलाओं ने बताया कि स्मार्ट फोन मिलने के बाद उनकी काम में सरलता आ गई है। अब कागज-पेन पर निर्भरता कम हुई है। महिलाओं ने बताया कि पहले उन्हें 11 रजिस्ट्रर पर लिखना पड़ता था, लेकिन जब से उन्हें स्मार्ट फोन मिला है, तब से यह झंझट समाप्त हो गई है।

अब मोबाइल के इस्तेमाल से जल्दी-जल्दी काम हो जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि आप सब जिस तरह से समाज के लिए काम कर रही है उसे देखकर लोकमान्य तिलक जी की आत्म आप सब को आशीर्वाद दे रही होगी। आप लोगों ने समाज को बदलने में जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उसके लिए मैं आपका ह्रद्य से बधाई देता हूँ।



आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने लाखों हाथ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सरकार का ध्यान पोषण और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने पर है। पीएम ने बताया कि टीकाकरण की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है, जिससे महिलाओं और बच्चों को खासी मदद मिलेगी।

आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ नरेन्द्र मोदी एप और वीडियो लिंक के माध्यम से संवाद करते हुए प्रधाानमंत्री ने कहा कि पोषण का सीधा संबंध स्वास्थ्य से होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार ने झुंझनू से राष्ट्रीय पोषण मिशन की शुरुआत की थी. यह हमारे लिए बहुत बड़ा मिशन है।

इसमें आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री कहा कि पहले के जमाने में भगवान के हजार बाहु होने की बात सामने आती थी, इसका आशय यह है कि उनकी टीम में ऐसे सैकड़ों समर्पित लोग होते थे।

आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के योगदान की सराहना करते हुए पीएम ने कहा कि आज देश का प्रधानमंत्री कह सकता है कि आप सह्रस्त्रबाहु ही नहीं बल्कि लक्ष्यबाहु भी हैं। टीकाकरण के लिए सरकार की पहल का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अभियान को पहले बहुत सफलता नहीं मिली।



2014 के बाद, सरकार नई रणनीति के तहत काम करना शुरू किया है। इसके तहत टीकाकरण अभियान को दूर-दराज के इलाकों में बढ़ाने का काम किया गया है। प्रधानमंत्री ने आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि होम बेस्ड न्यूबॉर्न केयर के माध्यम से आप हर वर्ष देश के लगभग सवा करोड़ बच्चों की देखभाल कर रहे हैं।

आपकी मेहनत से ये कार्यक्रम सफल हो रहा है, जिसके कारण इसको और विस्तार दिया गया है। अब इसको होम बेस्ड चाइल्ड केयर का नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि पहले जन्म के 42 दिन तक आशा वर्कर को 6 बार बच्चे के घर जाना होता था।

अब 15 महीने तक 11 बार आपको बच्चे का हालचाल जानना जरुरी है। मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आपके स्नेह और अपनेपन से एक से एक बेहतरीन नागरिक देश को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे की ही नहीं बल्कि प्रसूता माता के स्वास्थ्य की भी सभी चिंता कर रहे हैं। सुरक्षित मातृत्व अभियान जो सरकार ने चलाया है उसकी अधिक से अधिक जानकारी आपको लोगों तक पहुंचानी है।

यह भी देखें : HIV पीडि़तों से अब ऐसा करना होगा अपराध, 2 साल की कैद, एक लाख जुर्माना, अधिसूचना जारी 

Back to top button
close