रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने प्रांताध्यक्ष चन्द्रिका सिंह के नेतृत्व में लिपिकों की 37 वर्षों से चली आ रही वेतन विसंगति की पीड़ा के संबंध में समय-समय पर ज्ञापन, चर्चा, धरना-प्रदर्शन के माध्यम से निरंतर शासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया, परन्तु आज पर्यनत लिपिकों की वेतन विसंगति का निराकरण नहीं किया गया, जिसके कारण पूरे राज्य के लिपिकों में हताशा व कुंठा व्याप्त है।
छग प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय संगठन ने यह निर्णय लिया है कि राजनांदगांव जिला मुख्यमंत्री, सांसद व महापौर की कर्मभूमि है।
अत: प्रदेश संगठन 1 सितम्बर को याचना महारैली म्युनिसिपल हाईस्कूल मैदान से दोपहर 01:00 बजे मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय राजनांदगांव के लिये निकाली जावेगी। जिसमें प्रदेश के सभी लिपिक साथी विभिन्न जिलों से उपस्थित रहेंगे। यह महारैली पूर्णत: गांधी गिरी पर आधारित होगी।
गांधी टोपी लगाकर शांति पूर्ण माहौल में सांसद से तथा महापौर से न्याय की गुहार लगायेंगे। प्रदेश स्तरीय याचना महारैली के पूर्व हमारे गे्रड-पे में सुधार हो जाती है और हमें न्याय मिल जाती तो यह याचना महारैली आभार महारैली के रूप में परिवर्तित होकर कैम्प कार्यालय पहुॅंचकर मुख्यमंत्री, सांसद एवं महापौर का आभार प्रकट किया जावेगा।
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