भारी बारिश के बीच हंसिया नदी हो रहा स्टाप डेम निर्माण बना चर्चा का विषय, जनप्रतिनिधियों ने लगाया अनियमितता का आरोप, की जांच की मांग

चंद्रकांत पारगीर, बैकुंठपुर। कोरिया जिले में मनेन्द्रगढ़ तहसील में ग्राम पंचायत से लेकर जनपद पंचायत के सदस्यों को नहीं मालूम है कि उनके क्षेत्र में भारी बारिश में हंसिया नदी में स्टापडेम का निर्माण हो रहा है, जब मालूम पड़ा तो हक्का-बक्का रह गए, सरकारी निर्माण कार्य में मनमानी की वही कहानी जारी थी, अब जनप्रतिनिधि स्टापडेम के पाए को खोद कर जांच करवाने की मांग कर रहे है, उसमें आए खर्च भी वो वहन करने को तैयार है। इधर विभागीय अधिकारियों का कहना है काम ठीक हो रहा है।
पीसीसी सदस्य गुलाब कमरों का कहना है कि मेरे ग्राम पंचायत की हंसिया नदी पर स्टापडेम बनाए जाने की जानकारी सरपंच, पंच और जनपद सदस्य ने दी है। इतनी बारिश में हड़बड़ी कर विभाग अनियमितता बरत निर्माण कार्य करवा रहा है। मेरी मांग है कि स्टापडेम को खोद कर उसकी जांच कराई जाए, यदि बोल्डर मिलते है तो कार्यवाही की जाए, और यदि ठीक मिलता है कि तो उसकी खर्च की राशि वो वहन करने को तैयार है।
इस संबंध में मनेन्द्रगढ एसडीओ जेपी राय का कहना है कि स्टापडेम ठीक बन रहा है। गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सरकारी कार्य में गुणवत्ताहीन कार्यो में मनमानी की कहानी कोई नई नही है। विभागीय जिम्मेदार अधिकारियों की शह पर निर्माण कार्यो मेें अनियमितता बरती जाती है यही कारण है कि शिकायत के बावजूद न तो जांच होती है और न ही कार्यवाही। यदि जांच होती भी है तो जांच की खानापूर्ति कर दी जाती है। बरसात के मौसम में सभी प्रकार के निर्माण कार्य बंद करा दिये जाते है। बरसात के बाद ही अधुरे कार्यो केा पूरा किया जाता है, लेकिन जिले में जल संसाधन संभाग मनेंद्रगढ़ के द्वारा बरसात के दौरान स्टाप डैम निर्माण का मामला सामने आया है। इसमें खास बात यह है कि जिस पंचायत में यह कार्य कराया जा रहा है उस पंचायत के सरपंच व पंचों तक को पता नही है और कार्य चल रहा है। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के मनेद्रगढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत साल्ही अंतर्गत ग्राम बिछली के हंसिया नदी में जल संसाधन संभाग मनेंद्रगढ़ द्वारा 24 लाख रूपये की लागत से स्टाप डेम का निर्माण कार्य बरसात के मौसम में कराया जा रहा है जबकि उक्त नदी में अभी पानी का बहाव तेज है। इसके बीच निर्माण कार्य कराया जा रहा है जो समझ से परे है क्योकि बरसात गिरने के साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा कराये जाने वाले निर्माण कार्यो को बंद कर दिया जाता है, लेकिन यहां जल संसाधन विभाग बरसात में नदी के तेज बहाव के बीच कार्य कर रहा है। जिसके संबंध में यह भी शिकायत है कि कार्य में गुणवत्ता नही है घटिया निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
पंचायत प्रतिनिधियों को जानकारी नही
जानकारी के अनुसार मनेंद्रगढ़ जनपद क्षेत्र के पंचायत साल्ही अंतर्गत ग्राम बिछली में जल संसाधन विभाग के द्वारा 24 लाख रूपये की लागत से स्टाप डैम का निर्माण इस मौसम में कराया जा रहा है उसके संबंध में पंचायत प्रतिनिधियों तक को किसी प्रकार की जानकारी नही है कि यह कार्य कौन विभाग करा रहा है। सरपंच पति पवन सिंह पंच संजय सिंह का कहना है कि उनके पंचायत क्षेत्र में कार्य हो रहा है लेकिन उक्त कार्य के संबंध में उन्हे किसी प्रकार की जानकारी नही है। पंचायत प्रतिनिधियों के अलावा ग्राम पंचायत के सचिव तक को इसकी जानकारी नही है और लाखों का कार्य पंचायत क्षेत्र में चल रहा है।
घटिया निर्माण कार्य का आरोप
ग्राम बिछली के हंसिया नदी पर जल संसाधन संभाग मनेंद्रगढ़ द्वारा इन दिनों बनाये जा रहे लाखेां के स्टाप डैम के निर्माण पर घटिया निर्माण कार्य कराने का आरोप भी लगे है। क्षेत्र के जनपद सदस्य अमर सिंह का आरोप है कि बरसात के दिनों में हंसिया नदी पर निर्माण कार्य कराये जा रहे स्टाप डैम में जमकर घटिया कार्य कराये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि स्टाप डैम निर्माण में बेस भराई के कार्य में स्थानीय स्तर की पत्थरों को डाला जा रहा है जो कि नियम विरूद्ध है। उन्होने कहा कि उक्त कार्य के गुणवत्ता की जांच जिला प्रशासन को कराई जानी चाहिए।
बिना निर्माण बोर्ड के चल रहा कार्य
जल संसाधन विभाग द्वारा कराये जा रहे है स्टाप डैम स्थल पर निर्माण कार्य से संबंधित बोर्ड भी नही लगाया गया है जबकि निर्देश है कि समस्त प्रकार के निर्माण कार्य से संबंधित निर्माण कार्य स्थल पर संबंधित निर्माण कार्य की जानकारी प्रदर्शित करने के लिए बोर्ड लगायी जायेगी। जिससे कि लोगों को भी पता चल सके कि कौन विभाग किस योजना के तहत कितनी राशि से संबंधित निर्माण कार्यो को करा रहा है तथा कार्य कब प्रारंभ किया गया और कब तक समाप्त किया जाना है आदि महत्वपूर्ण बातों का उल्लेख किया जाना अनिवार्य किया गया है इसके बावजूद इस दिशा में कई विभागों के द्वारा इसकी अनदेखी की जाती है। इस तरह पारदर्शिता बनाये रखने के उद्देय से लगाये जाने वाले निर्माण संबंधी बोर्ड नही लगाया जाना निश्चित रूप से नियम विरूद्ध है।
आरोप से घिरे अधिकारी को कार्य का जिम्मा
जानकारी के अनुसार जल संसाधन विभाग अंबिकापुर में मूल रूप से पदस्थ एक इंजीनियर जो कि पूर्व में केारिया जिले में लंबे समय तक पदस्थ रहे है और उस अधिकारी के विरूद्ध कई आरोप में लग चुके है जिसकी शिकायत एक माह पूर्व ही जल संसाधन विभाग के सचिव को किया जा चुका है। वर्तमान में उक्त अधिकारी अंबिकापुर में मूल रूप से पदस्थ रहते हुए वहां से 130 किमी दूर मनेंद्रगढ़ जल संसाधन विभाग एसडीओं का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है जो निश्चित रूप से अनियमितता को बढावा देने के लिए सांठगांठ के तहत ऐसा किया गया है जिसकी भी जांच की जानी चाहिए आखिर जिले में कोई अन्य अधिकारी को चार्ज क्यों नही दिया गया।
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