मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप का मामला, विरोध करने पर निर्वस्त्र कर सिगरेट से जलाया जाता था लड़कियों को

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में 29 लड़कियों से हुए रेप मामले में नया खुलासा हुआ है। महिला आयोग की सदस्य जिन्होंने पीडि़ता लड़कियों से मुलाकात की है, उन्होंने बताया कि लड़कियों का मुंह बंद करने के लिए उन्हें ड्रग्स तक दिया जाता था। उनका शोषण किया जाता था। लड़कियों को भूखा रखा जाता था और जूते से पिटाई की जाती थी। यहां तक कि जो लड़कियां अपने साथ हो रहे इस अन्याय के खिलाफ बोलती थीं, उन्हें निर्वस्त्र किया जाता, पीटा जाता और कई बार सिगरेट से जलाया भी जाता।
महिला आयोग के सदस्य के मुताबिक, एक लडक़ी ने जब शोषण के खिलाफ खड़ी हुई तो उसे पीट-पीटकर मार डाला गया और उसके शव को रिश्के में रखकर ठिकाने लगा दिया गया। राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन दिलमानी मिश्रा ने बताया कि पहले दिन के मुकाबले सभी लड़कियों की हालत में सुधार है। लेकिन उन्होंने जो यातना सही है उसकी बुरी यादों को खत्म होने में वक्त लगेगा। शेल्टर होम में उन्हें खाना और कपड़े नहीं दिए जाते थे। उन्हें जूतों से पीटा जाता था।
आपको बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर में एक शेल्टर होम से 42 लड़कियों को बचाया गया है। इन लड़कियों में से 29 लड़कियों से साथ रेप की पुष्टि हुई है। जबकि 3 लड़कियां प्रेग्नेंट पाई गई है। आरोप है कि एक बच्ची को विरोध करने पर मार डाला गया और उसके शव को शेल्टर होम में ही दफन कर दिया गया था। इस केस में बिहार सराकर की मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रेश्वर वर्मा का नाम भी सामने आ रहा है। हालांकि मंजू वर्मा ने इन सभी आरोपो को आधारहीन बताया है।
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