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सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण 27 को, रखें खास सावधानी

बिलासपुर। इस वर्ष 2 चंद्र ग्रहण व 3 सूर्य ग्रहण के योग बताए गए। जिसमें से चार ग्रहणों में से सिर्फ एक ग्रहण ही भारत में दिखाई देगा। यह है चंद्र ग्रहण जो आगामी 27 जुलाई को पड़ेगा। यह खग्रास चंद्र ग्रहण होगा। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक यह सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण होगा। आमतौर पर ग्रहण एक या डेढ़ घंटे की अवधि वाले होते हैं, लेकिन आगामी चंद्रग्रहण 2 घंटे 55 मिनट तक रहेगा।


आषाढ़ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा 27 जुलाई को मध्य रात्रि में 11 बजकर 55 मिनट से प्रात: 3 बजकर 50 मिनट तक मकर राशि में उत्तराषाढ़ा एवं श्रवण नक्षत्र में होने वाला खग्रास चंद्रग्रहण समस्त भारत के साथ संपूर्ण एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिणी अमेरिका में अलग-अलग रूपों में दिखाई देगा। संत जलाराम मंदिर के पुजारी पंडित ब्रह्मदत्त मिश्रा ने बताया कि ग्रहण खग्रास रात्रि 1 बजे से प्रारंभ होगा। ग्रहण मध्य रात्रि 1 बजकर 52 मिनट में शुरू होगा, खग्रास समाप्ति रात्रि दो बजकर 44 मिनट में एवं ग्रहण समाप्ति प्रात: 3 बजकर 50 मिनट में होगी। ग्रहण का पर्व काल 2 घंटे 55 मिनट तक रहेगा। चंद्र ग्रहण के नौ घंटे पहले और सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पूर्व ग्रहण सूतक आरंभ हो जाता है। दोपहर 2 बजकर 55 मिनट से ग्रहण मोक्ष तक सूतक रहेगा। ज्योतिषाचार्य एवं वास्तुविद डॉ.उद्धव श्याम केसरी ने बताया कि यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, एशिया, अफ्रीका, यूरोपीय देशों व अंटार्कटिका में भी देखा जा सकेगा। ग्रहण वाली रात मंगल भी पृथ्वी के बहुत नजदीक होगा और इस कारण चमकीला दिखाई देगा।


ग्रहण के दौरान रखें सावधानी
ग्रहण काल में पूजन, मूर्ति स्पर्श करना वर्जित माना जाता है। खाना-पीना, निंद्रा, यात्रा करना भी वर्जित माना गया है। इसके साथ ही वृद्ध रोगी, बालक गर्भवती स्त्रियों को यथानुकूल भोजन या दवा लेने में कोई दोष नहीं है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में विशेष परहेज की आवश्यकता होती है। इस दौरान प्रभु का नाम मन में स्मरण करना उत्तम माना गया है।

 

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