उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- छत्तीसगढ़ से भावनात्मक लगाव, बीमारू राज्य से विकसित राज्य बनाने का श्रेय डॉ. रमन सिंह को

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद तीन साल का डरावना कार्यकाल और उसके बाद डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में विकास का जो चक्र छत्तीसगढ़ में चला है, उसे रूकने नहीं देना है। समाज के हर तबके के लिए और अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति तक शासन की जो जनकल्याणकारी योजनाएं पहुंची है, और बीमारू राज्य की श्रेणी से विकसित राज्य की श्रेणी तक छत्तीसगढ़ तक जो सफर जारी है, इसे थमने नहीं देना है।
उक्त बातें उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज राजनांदगांव के म्यूनिसिपल स्कूल ग्राउंड में आयोजित एक आमसभा को संबोधित करे हुए कही। मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के नामांकन रैली में शामिल होने पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ ने विकास की नई ऊंचाईयों को छूआ है। छत्तीसगढ़ ने जिस तेजी से विकास का एक नया आयाम लिखा है, वह काबिले तारीफ है। छत्तीसगढ़ में विकास की जो योजनाएं चल रही है, यह किसी भी कीमत पर रूकनी नहीं चाहिए।
यूपी श्रीराम की जन्मस्थली छग ननिहाल
योगी आदित्यनाथ ने अपने उद्बोधन की शुरूआत में कहा कि उत्तरप्रदेश भगवान श्रीराम का जन्मस्थल है और छत्तीसगढ़ ननिहाल। इस लिहाज से आम लोगों की तरह उनका भी छत्तीसगढ़ से भावनात्मक लगाव है। वे पहले भी छत्तीसगढ़ आते रहे हैं, तब के छत्तीसगढ़ में और अब के छत्तीसगढ़ में आए बदलाव को उन्होंने चमत्कार की संज्ञा देते हुए कहा कि पूर्व में छत्तीसगढ़ को बीमारू राज्य कहा जाता था। उस समय वे सांसद थे और डॉ. रमन सिंह केन्द्र में मंत्री थे।
एनडीए की सरकार बनने के बाद जब स्व. अटल बिहारी बाजपेयी ने छत्तीसगढ़ के साथ झारखंड और उत्तराखंड का निर्माण किया तब मंशा थी कि छत्तीसगढ़ में लोगों की मंशानुरूप विकास हो। राज्य गठन के बाद तीन साल का डरावना समय गुजरा, प्रदेश की जनता ने डॉ. रमन सिंह पर विश्वास जताया और यहां भाजपा की सरकार बनाई।
इसका परिणाम आज सबके सामने है। बीमारू राज्य के रूप में पहचाने जाने वाला छत्तीसगढ़ आज विकसित राज्य की श्रेणी में खड़ा है। इसका पूरा श्रेय डा. रमन सिंह को जाता है, जिन्होंने अपने सरल, सहज स्वभाव और आमजनों के बीच अपनी सीधी पहुंंच बनाकर समाज के सभी तबके के विकास के लिए काम किया।
देश के लिए मॉडल बना छत्तीसगढ़
अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की प्रशंसा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कठिन परिश्रम, सरलता, कर्मठता के बल पर आज डॉ. रमन सिंह ने राज्य की सामाजिक, आर्थिक ढांचे को नया आयाम दिया है। राज्य के गरीब, वंछित और पिछड़ों तक भोजन पहुंचाने और उन्हें भरपेट भोजन का अधिकार देने वाला पहला राज्य छत्तीसगढ़ बना है।
खाद्यान्न गारंटी योजना इसका सबसे बेहतर प्रमाण है। केवल यही नहीं किसानों से समर्थन मूल्य में उनके धान और उपज की खरीदी, पीडीएस सिस्टम, सरप्लस बिजली वाला राज्य जैसे कई उपलब्धियां छत्तीसगढ़ के नाम पर है। यह सब डा. रमन सिंह के कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है। आज पूरे देश में डॉ. रमन सिंह और छत्तीसगढ़ की प्रशंसा होती है।
छत्तीसगढ़ से यूपी ने ली सीख
उन्होंने खाद्यान्न गारंटी योजना के साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ ने इन योजनाओं को लागू कर यह बता दिया है कि प्रदेश किसी भी मामले में पीछे नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने भी अपने अधिकारियों की टीम यहां भेजा था, जिन्होंने यहां तीन दिन रहकर योजनाओं को समझा। इसके बाद उत्तरप्रदेश में भी इन योजनाओं को लागू किया गया।
गरीबों के चाऊर वाले बाबा
उन्होंने कहा कि गरीबों को खाद्यान्न गारंटी योजना देकर और गरीबों, वंछितों और पिछड़ों तक चावल पहुंचाने वाले मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज पूरे छत्तीसगढ़ में चाऊर वाले बाबा के रूप में प्रसिद्ध हो गए हैं। गांव, गरीब, किसान और समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए दिन-रात काम करने वाले डॉ. रमन सिंह और उनकी पूरी टीम प्रशंसा के लायक है।
प्रदेश के अंदर शिक्षा, स्वास्थ्य और जनकल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन करने वाला छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य बन गया है, जिसकी प्रशंसा आज पूरे देश में होती है। वर्ष 2008 में ही छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य बन गया था जहां जीरो पॉवर कट था।
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