चंद्रकांत पारगीर, बैकुंठपुर। कोरिया जिले के विकासखंड सोनहत अंतर्गत सोनहत से छिंगुरा मार्ग पर पडऩे वाली हसदेव नदी का रपटा पुल अंतत: बीच से टूट ही गया। पुल टूटने के बाद आवागमन में जहां भारी परेशानी होने लगी है वहीं ग्रामीणों में भारी आक्रोश भी निर्मित हो गया है।
उल्लेखनीय है कि उक्त पुलिया में पहले से दरारें आ गई थी जिसके मरम्मत के लिए ग्रामीणों ने कई बार आवेदन दिया, लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। इस दौरान कुछ समय बीतने के बाद पुलिया एक हिस्सा क्षतिग्रस्त भी हो गया था जिस पर पीसीसी सदस्य गुलाब कमरो ने पुलिया के नव निर्माण के लिए ग्रामीणों के साथ आंदोलन किया। इस पर प्रशासनिक स्तर पर आश्वासन जरूर मिला, लेकिन पुलिया का निर्माण नही किया गया और अंतत: बारिश पुलिया बीच से आधी टूट गई। वर्तमान में पुलिया बीच से टूट चुकी है महज लगभग चार फिट का रास्ता बचा है जिससे आवागमन हो रहा है जिस पर खतरा निरंतर बना हुआ है।
पुल से उपर बहता है पानी
हसदेव नदी पर बने इस पुल में हमेशा पुल से उपर पानी चलता रहता है। साथ ही थोड़ी सी भी बारिश होने के बाद नदी का जल स्तर काफी बढ़ जाता है और फिर नदी पार कर पाना मुश्किल भरा और खतरनाक हो जाता है। बरसात के मौसम में पुलिया के क्षतिग्रस्त होने के कारण कई बार ग्रामों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया था । ग्रामीण रामदयाल, ईश्वर, संतलाल, इंद्रकुवर सहित अन्य ने बताया कि पुलिया आधी टूट चुकी है यदि इस पुल का मरम्मत नही कराया गया तो सोनहत विकासखंड मुख्यालय से ग्राम छिंगुरा, कछाडी, लोलकी मझगवां, जोगिया, छतरंग, भगवतपुर सहित कई ग्रामों का संपर्क पूरी तरह से टूट जाएगा और ग्रामवासी भारी मुसीबत में पड़ जाएंगे। समस्त ग्रामीणों ने प्रशासन से सुधार कार्य कराने की मांग की है।
छतरंग में भी धंसी पुलिया
सोनहत से छिगुरा मार्ग पर ही लगभग 15 किलोमीटर आगे स्थित ग्राम छतरंग में भी पुलिया के धंस जाने की जानकारी संबंधित ग्राम के ग्रामीणों ने दी है। साथ ही पुलिया के धंसने का कारण गुणवत्ता विहीन निर्माण किया जाना बताया है। ग्रामीणों ने प्रशासन स्तर से पुलिया निर्माण के जांच की मांग सहित सुधार कार्य कराने की भी मांग की है।
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