दूसरी शादी के बाद भी प्रेमी से मिलती रही महिला, गांववालों ने दोनों को निर्वस्त्र कर घुमाया

उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले के सुखेर थाना क्षेत्र में इंसानियत को शर्मसार कर देनेवाली घटना सामने आई है। कैलाशपुरी के सरेखुर्द गांव में एक 23 वर्षीय महिला और उनके 22 वर्षीय प्रेमी को नग्न करके रस्सी से बांधकर घुमाया गया। इस घटना को सुनकर सिर्फ पुलिस विभाग ही नहीं बल्कि महज 25 किलोमीटर की दूरी पर शहर में रहनेवाले लोग भी आश्चर्यचकित हैं।
इस पूरी घटना में दुर्भाग्य की बात तो यह है कि लोग हस्तक्षेप करने के बजाए महिला के पूर्व पति के साथ मिलकर सबकुछ देखते हुए ठहाके लगाते रहे, तस्वीरें उतारते रहे। यही नहीं, भीड़ ने इस वारदात का वीडियो भी बनाया। मामले की सूचना मिलते ही सुखेर पुलिस मौके पर गई और अपने साथ सुरक्षित ढंग से दोनों को थाने लेकर पहुंची। पुलिस का इस पूरी वारदात पर कहना है, महिला के पूर्व पति को हिरासत में लिया गया है जबकि उसके दो सहयोगी भाग निकले हैं। अधिकारियों का कहना है, वारदात में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानिए, क्या था पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक, महिला की पहली शादी तरु गमेती नाम के शख्स के साथ पांच साल पहले हुई थी। हालांकि, वे छूत पल्ला परंपरा की वजह से अलग हो गए थे। इसके बाद महिला ने मंगीलाल गमेती नाम के शख्स से दूसरी शादी कर ली थी। पहली शादी के दौरान महिला का सरेखुर्द गांव के रहने वाले रामलाल गमेती से प्रेम संबंध शुरू हो गया था। दूसरी शादी के बाद वह अपने प्रेमी से मिलती रहीं। इसी दौरान गुरुवार को जब वह रामलाल से मिलने सरेखुर्द पहुंचीं तो उनका पहला पति योजनाबद्ध तरीके से वहां पहुंच गया। वह इस बात को सोचकर अपमानित कर रहे थे कि रामलाल भी उसी के गांव का रहनेवाला है, जिसमें वह रहता है। सूत्रों के मुताबिक, महिला और उनके प्रेमी ने गुपचुप तरीके से विवाह करने की योजना भी बनाई थी।
पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
इस पूरी घटना के दौरान शुक्रवार को तरु ने अपने चाचा लालूराम और अपने मित्र हरीश के साथ मिलकर महिला समेत उनके प्रेमी पर हमला कर उन्हें बांध दिया। उन्होंने दोनों को एक रस्सी के जरिए बांधकर पूरे गांव में घुमाया। कुछ लोगों ने मामले में हस्तक्षेप करके उन्हें छुड़ाया और पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को अपने साथ थाने ले आई। उदयपुर में हुआ यह इस तरह का कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले वर्ष 2016 के जून महीने में भी एक महिला और उनके पति को कसोटिया और कनोड तहसील में दो दिन और रात तक नग्न अवस्था में घुमाया गया था।