छत्तीसगढ़

शादी के 2 साल बाद पैदा होगी पहली संतान तो मिलेगा 12 हजार का पुरस्कार

रायपुर। छत्तीसगढ़ में जनसंख्या नियंत्रण के लिए प्रदेश सरकार ने केंद्र की एक रोचक योजना को लागू कर दी है। २७ जून से शुरू हो रहे जनसंख्या नियंत्रण पखवाड़े के दौरान इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। बता दें कि शादी के दो वर्ष बाद संतान पैदा होने पर १२ हजार का पुरस्कार दिया जाएगा। इसमें शादी के समय युवती की आयु १९ साल से अधिक हो और शादी के दो साल बाद पुत्री का जन्म होता है तो १२ हजार रुपए उपहार स्वरूप मिलेंगे। वहीं पुत्र होने पर यह राशि १० हजार रुपए हो जाएगी। इसी तरह पहली संतान के ३ साल बाद पुत्री होती है तो ७ हजार व पुत्र होने पर ५ हजार रुपए देने का प्रावधान किया गया है।इस योजना की खास बात यह है कि यह केवल गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे परिवार वालों के लिए है। बता दें कि केंद्र सरकार की इस योजना को छत्तीसगढ़ में आबादी को नियंत्रित रखने के लिए लागू किया जा रहा है। साथ ही जनसंख्या में स्थिरता के लिए कई प्रोत्साहन योजना संचालित की जा रही है। एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में वर्ष २००३ में कुल प्रजनन दर ३.३ थी, जो वर्तमान में कम होकर २.२ हो गई है।

अर्थात एक महिला के प्रजनन काल में औसत बच्चों की संख्या में कमी आई है। इसी तरह परिवार नियोजन का दंपती संरक्षण दर ५३.२ से बढ़कर६१.७ हो गया है। यानी परिवार नियोजन के साधन अपनाने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक ११ जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस को देखते हुए २७ जून से १० जुलाई तक घर-घर जाकर दंपती संपर्क पखवाड़ा मनाया जाएगा। एक- दो बच्चों तथा दो से अधिक बच्चों के माता-पिता को परिवार नियोजन के स्थायी अथवा अस्थायी साधन की जानकारी दी जाएगी। वहीं पखवाड़े के दौरान जिला स्तर पर स्लोगन लेखन प्रतियोगिता,स्कूल कॉलेजों में निबंध प्रतियोगिता व रैली का भी आयोजन किया जाएगा। साथ ही राज्य के बिलासपुर, मुंगेली,कवर्धा, सुकमा,दंतेवाड़ा,सरगुजा,बलरामपुर,सूरजपुर,कोरिया,जशपुर और बस्तर (जगदलपुर) में सास-बहू सम्मेलन का भी आयोजन करवाया जाएगा।

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